यातायात पुलिस का नवाचार: हंसी ठिठौली के साथ खेल-खेल में सिखा सड़क सुरक्षा का सबक
उदयपुर। आमजन खास कर युवाओं को यातायात नियमों की जानकारी देकर सड़क सुरक्षा और जीवन रक्षा का महत्व समझाने के लिए यातायात पुलिस और आधार फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में अनूठा नवाचार किया गया। राजस्थान पुलिस के प्रकल्प सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा के नोडल ऑफिसर प्रवीण कुमार उर्फ पीके मस्त ने रविवार शाम को फतहसागर की पाल पर अपने अनूठे अंदाज में युवाओं और बच्चों को हंसी ठिठौली के साथ खेल-खेल में सड़क सुरक्षा का संदेश दिया। बड़ी संख्या में युवा सोशल मीडिया पर पीके मस्त के नाम से मशहूर प्रवीणकुमार के फैंस हैं। उन्हें अपने बीच पाकर युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।
तीन दिवसीय प्रवास पर उदयपुर आए प्रवीणकुमार का पहला कार्यक्रम रविवार शाम फतहसागर की पाल पर हुआ। यहां बड़ी संख्या में युवा, एनसीसी कैडेट्स सहित आमजन मौजूद रहे। प्रवीण कुमार ने अपने चिर परिचित अंदाज में युवाओं, बच्चों और आमजन से जुड़ते हुए सड़क सुरक्षा से संबंधित कई मनोरंजक किस्से सुनाकर लोगों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी। हंसी-ठिठौली और खेल-खेल में ही स्वयं और दूसरों के जीवन की रक्षा के लिए यातायात नियमों की पालना जैसे गंभीर विषय पर सोचने को मजबूर कर दिया। उन्होंने बच्चों को मजाकिया अंदाज में कई तरह के सवाल किए और बच्चों के जवाबों में से ही यातायात नियमों की पालना का मर्म ढूंढ कर प्रस्तुत किया, जो काफी प्रभावशाली रहा। कार्यक्रम के दौरान बच्चों के लिए सड़क सुरक्षा से जुड़ी विविध गतिविधियां भी कराई गई। इसमें विजेताओं को भामाशाहों के सहयोग से पुरस्कृत किया गया।
पुलिस उपाधीक्षक नेत्रपाल सिंह ने बताया कि इस तरह की मनोरंजन गतिविधियों से बच्चों में और अपनी आदतों में बदलाव ला सकते हैं। आधार फाउंडेशन के नारायण चौधरी ने बताया कि इस तरह के अभिनव प्रयोग से सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा को बढ़ावा दे सकते हैं और सड़क दुर्घटना में मृत्यु दर में कमी ला सकते हैं। प्रीति पामेचा ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन आर्यन और प्राची जैन ने किया।