सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दिया पर्यावरण संरक्षण एव जल संचय का संदेश

उदयपुर,। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान एवं विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में गुरूवार को सांस्कृतिक संध्या और गणगौर घाट पर दीपदान कार्यक्रम से चार चांद लग गए।
जिला प्रशासन, नगर निगम, शिक्षा विभाग तथा पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के साझे में नगर निगम स्थित पं दीनदयाल उपाध्याय सभागार में सांस्कृतिक संध्या हुई। कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त सुश्री प्रज्ञा केवलरमानी, जिला कलक्टर नमित मेहता, नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश बतौर अतिथि उपस्थित रहे। सांस्कृतिक संध्या का आगाज हेप्पी होम स्कूल की छात्रा राधिका वैष्णव ने राज्य गीत केसरिया बालम आवो नी पधारो म्हारे देस से किया। कत्थक आश्रम उदयपुर की दिविजा चौधरी ने आकर्षक कत्थक नृत्य प्रस्तुति दी। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर के मांगणियार कलाकारों ने लोक गायन के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण, जल संचय का संदेश दिया। दर्शकों ने प्रस्तुति को खूब सराहा। राजस्थान महिला विद्यालय के दल के पर्यावरण संरक्षण विषयक पर संदेश परक नाट्य प्रस्तुति दी। राउमावि मदार की छात्रा अनुष्का सहित अन्य कलाकारों ने नृत्य एवं कविता पाठ के माध्यम से जल संचय और पर्यावरण रक्षक का संदेश दिया। कार्यक्रम में उप निदेशक पर्यटन शिखा सक्सेना सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं आमजन उपस्थित रहे। अतिथियों ने सभी कलाकारों को सम्मानित किया। संचालन मनोज गंधर्व और आभा सीरसीकर ने किया।
गंगा आरती और दीपदान
वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के प्रथम दिन गुरूवार देर शाम विश्व प्रसिद्ध पिछोला झील पर गंगा आरती व दीपदान कार्यक्रम हुए। राजस्थान प्रदूषण मंडल, नगर निगम व जल संसाधन विभाग के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश सहित अन्य अतिथियों की उपस्थिति में गणगौर घाट पर दीपदान किया गया। साथ ही गंगा पूजन एवं महाआरती कर जल संजय एवं जल संरक्षण का संदेश दिया गया। दीपों से पूरा गणगौर घाट और झील जगमगा उठे।
आमुखीकरण कार्यशालाः विशेषज्ञों ने बताया जल संचय का महत्व
अभियान के तहत गुरूवार शाम नगर निगम सभागार में प्रभारी सचिव टी रविकान्त एवं जिला कलक्टर नमित मेहता के आतिथ्य में आमुखीकरण कार्यशाला हुई। प्रभारी सचिव टी रविकांत ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। भू जल पुनर्भरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉ पीसी जैन ने वाटर हार्वेस्टिंग की आवश्यक और सहज उपायों के संबंध में जानकारी दी। सेवानिवृत्त वन अधिकारी ओपी शर्मा ने पर्यावरण एवं जैव विविधता की महत्ता बताते हुए उनके संरक्षण पर बल दिया। अधीक्षण अभियंता जलग्रहण अतुल जैन ने जल संचय के लिए जलग्रहण संरचनाओं का महत्व बताते हुए मुख्यमंत्री जल स्वावंलबन अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया। मोनिका राठौड़ ने कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के तहत जिले में कराए गए कार्यों की जानकारी दी। जितेंद्र मेनारिया ने भी विषय वस्तु आधारित जानकारी साझा की। अतिथियों ने सभी वक्ताओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर एडीएम दीपेंद्रसिंह राठौड़, सीईओ रिया डाबी सहित सभी अधिकारीगण उपस्थित रहे।