दिवेर में मेवाड़ स्तरीय मंगल भावना समारोह व दायित्व हस्तांतरण के साथ होगा मेवाड़ यात्रा का समापन

उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशम अधिशास्ता आचार्य महाश्रमण अपनी धवल वाहिनी के साथ श्रद्धा, भक्ति, त्याग, शौर्य, और बलिदान की वीर वसुंधरा मेवाड़ में अहिंसा यात्रा के माध्यम से नशामुक्ति , नैतिकता और सद्भावना का संदेश देते हुए विभिन्न क्षेत्रों का विचरण करते हुए धर्म प्रभावना कर रहे है। श्री मेवाड़ जैन श्वेताम्बर तेरापंथी कांफ्रेंस के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने बताया कि आचार्य महाश्रमण 4 दिसम्बर प्रात: धानीन से मंगल विहार करके तेरापंथ भवन लाम्बोडी पधारे। सांयकाल में पुन: विहार कर आचार्य महाश्रमण कितेला पधारे जहां रात्रि प्रवास हुआ।आचार्य महाश्रमण का 5 दिसंबर का प्रवास महाराणा प्रताप की विजय स्थली दिवेर में किया जाना है।
- विदेश की धरती रशिया से प्रेक्षाध्यान शिविर में 32 शिविर संभागी बने सहभागी
फत्तावत ने बताया कि आचार्य महाश्रमण के विहार में आज विदेश की धरती रशिया से प्रेक्षाध्यान शिविर में सहभागी बने लगभग 32 शिविर संभागी भी साथ चले। एकरूपता की दृष्टि से एक समान यूनिफार्म में जैन ध्वज पकड़े विदेशी शिविरार्थी का नजारा देखने लायक बन रहा था।
- मंगल भावना समारोह के साथ होगा मेवाड़ यात्रा का समापन
आचार्य महाश्रमण की एक माह की मेवाड़ यात्रा जिसका दायित्व श्री मेवाड़ जैन श्वेताम्बर तेरापंथी कांफ्रेंस को दिया गया और मेवाड़ कांफ्रेंस द्वारा उस दायित्व का निर्वहन किया गया। इस मेवाड़ यात्रा का समापन 5 दिसम्बर को महाराणा प्रताप की विजय स्थली दिवेर में होने जा रहा है, जहां पर आचार्य महाश्रमण के सान्निध्य में मेवाड़ स्तरीय मंगल भावना समारोह और दायित्व हस्तांतरण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। श्री मेवाड़ जैन श्वेताम्बर तेरापंथी कांफ्रेंस द्वारा दायित्व रूपी ध्वज आचार्य महाश्रमण मर्यादा महोत्सव समिति छोटी खाटू को हस्तांतरित किया जाएगा। मंगल भावना समारोह में विश्व हिंदू परिषद के अखिल भारतीय संयुक्त महासचिव स्वामी विज्ञानानंद जी, मेवाड़ राजघराने के डॉ लक्ष्यराज सिंह मेवाड़, भीम विधायक हरि सिंह रावत, सहाड़ा विधायक लादुलाल पितलिया अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। इस मंगल भावना समारोह और दायित्व हस्तांतरण कार्यक्रम में मेवाड़ के विभिन्न स्थानों के साथ साथ भारत के अनेकों स्थानों से भी श्रावक श्राविकाये मौजूद रहेंगे।
आचार्य महाश्रमण ने विहार के बाद तेरापंथ भवन लाम्बोडी में आयोजित विशाल किसान सम्मेलन में उपस्थित किसानों, ग्रामीणों, श्रावक श्राविकाओं और जन समुदाय को अमृत देशना देते हुए फरमाया कि आगम में कहा गया है कि मनुष्य जीवन दुर्लभ मन जाता है। 84 लाख जीव योनि में मानव जीवन मिलना मुश्किल है।इस जीवन में जो व्यक्ति धर्म करता है साधना करता है उसके लिए यह जीवन धन्य हो जाता है। सद्गुणों से बड़ा व्यक्ति महान होता है।व्यक्ति को हर दृष्टि से जागरूक रहना चाहिए। भगवान महावीर ने पूरी मनुष्य जाति को एक समान बताया है। कोई ऊँचा और कोई नीचा नहीं है। भारत में कोई जाति, पंथ, मजहब अलग अलग हो सकता है लेकिन फिर भी सभी हिंदुस्तानी है। व्यक्ति के भीतर सबके प्रति मैत्री भाव रहना चाहिए, किसी से शत्रुता का भाव नहीं रखना चाहिए। आज चतुर्दशी होने के कारण आचार्य महाश्रमण की सन्निधि में हाजरी का वाचन समस्त साधु साध्वियों की उपस्थिति में कराया गया। आज के कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, लाम्बोडी सरपंच मुकेश सिंह, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लाम्बोड़ी के प्रधानाचार्य कुलदीप जी ने आचार्य महाश्रमण के प्रति अपने भावो की आस्थासिक्त अभिव्यक्ति प्रस्तुत की।
आज के कार्यक्रम में जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा लाम्बोडी के अध्यक्ष पारसमल बापना, तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष संगीता हिंगड, दिनेश बापना, हस्तीमल बापना, उपासिका मीना बापना ने वक्तव्य के माध्यम से और रमेश धोका , नरेश बापना, रेखा मादरेचा द्वारा गीत के माध्यम से आचार्य महाश्रमण का स्वागत किया गया। तेरापंथ महिला मंडल द्वारा स्वागत गीत की प्रस्तुति की गई। अंत में उपस्थित जन समुदाय को मंगल पाठ का श्रवण करवाया गया।
