नारी शक्ति जाग जाएगी तब विश्व संकट टल जाएगा- महासाध्वी डॉ. संयमलता

उदयपुर के इतिहास में पहली बार 215 महिला श्राविकाओं का हुआ सम्मान

उदयपुर। सामाजिक संस्था श्री महावीर युवा मंच संस्थान महिला प्रकोष्ठ की ओर से गुरुवार को हिरण मगरी सेक्टर 4 स्थित स्थापक भवन में सकल जैन समाज की 215 महिला तपस्विनियों का सम्मान समारोह दक्षिण चन्द्रिका महासाध्वी डॉ. संयमलता (ठाणा-4) का सान्निध्य एवं शहर विधायक ताराचंद जैन, राजसमंद विधायिका दीप्ति किरण माहेश्वरी तथा संस्थान के मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम संयोजिका विजयलक्ष्मी गलूंडिया ने बताया कि महासाध्वी डॉ. संयमलता ने सभी बहिनों के तप की अनुमोदन करते हुए कहां कि तप कर्म निर्जरा का श्रेष्ठ उपक्रम है। सभी बहिनों ने मन को वश में कर के क्षुधा परीषह को जीत कर तप की सौरभ फैलाई है, जो किह्यह्य श्रावक समाज के लिए एक प्रेरणा है। नारी शक्ति जाग जाएगी तब मानो विश्व में सभी तहर के संकट टल जाऐंगे।

संस्थान के मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने संस्थान की गतिविधियों की जानकारी देते हुए तपस्विनी बहिनों को आध्यात्मिक मंगलकामना प्रेषित की तथा कहां कि उदयपुर के इतिहास में पहली बार केवल महिला तपस्विनियों का सम्मान समारोह आयोजित हुआ है। जिसमें सिद्धी तप, पंच परमेष्ठी तप, वर्धमान तप, चक्रवती तप, मास खमण व 36, 37 की तपस्या करने वाली 25 बहिनों, 11 की तपस्या करने वाली 21 बहिनों, 10 की तपस्या करने वाली 57 बहिनों, 9 की तपस्या करने वाली 48 बहिनों व 8 की तपस्या करने वाली 64 बहिनों का उपरणा, स्मृति चिन्ह से सम्मान किया गया। इस दौरान फत्तावत ने कहां कि आप समाज की प्रेरणा बन के धार्मिक एवं आध्यात्मिक लो प्रज्ज्वलित कर सकती है।

मुख्य अतिथि शहर विधायक ताराचंद जैन ने अपने उद्बोधन में कहां कि सभी माता एवं बहिनों के तप की अनुमोदना की तथा समाज में महिला शक्ति को आगे बढ़ाने के लिए नेतृत्व देने की अपील की। राजसमंद विधायिका दीप्ति किरण माहेश्वरी ने सभी तपस्विनी बहिनों को वन्दन करते हुए सभी को महिला सशक्तिकरण के लिए आगे आने का आव्हान किया साथ ही सभी तपस्विनी बहिनों को उनके तप आराधना की अनुमोदना की।

कार्यक्रम का शुभारंभ सामूहिक मंगलाचरण से तथा शब्दों द्वारा स्वागत महिला प्रकोष्ठ अध्यक्षा ऋतु मारू द्वारा किया गया। आभार महामंत्री प्रिया झगड़ावत द्वारा ज्ञापित किया। कार्यक्रम का सुन्दर संचालन सोनिका जैन ने किया।

इस अवसर पर संस्थान के समन्वयक चन्द्रप्रकाश चोरडिया, मावली प्रधान नरेन्द्र चण्डालिया, महामंत्री विजयलक्ष्मी गलूंडिया, जेजेसी अध्यक्ष सुधीर चित्तौड़ा, बीजेएस अध्यक्ष यशवंत कोठारी, महिला विंग अध्यक्षा मीना कावडिय़ा, जेजेसी क्वीन अध्यक्षा नीता छाजेड़, दीपक सिंघवी, अरूण मेहता, श्याम नागोरी, भूपेन्द्र गजावत, अशोक चव्हाण, डॉ. शशि चित्तौड़ा, डॉ. ममता जैन, लक्ष्मी कोठारी, आशा अदा कोठारी, प्रियंका जैन, चातुर्मास व्यवस्था समिति अध्यक्ष ललित लोढ़ा, दलपत सिंह जैन सहित कई श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे।

इनका हुआ सम्मान

- 15, 16, 17, 19, 21, 31, 36, 37 तप करने वाली तपस्वी

15, 16, 17, 19, 21, 31, 36, 37, सिद्धी तप, पंच परमेष्ठी तप, वर्धमान तप, चक्रवती तप, मास खमण आदि तप करने वाली संगीता नलवाया, रेनू वर्दिया, दुर्गा देवी मेहता, पिंकी मेहता, सुशीला कोठारी, चंचल जी गोलछा, कंचनदेवी मादरेचा, सरिता जी धूपिया, स्मिता भानावत, अनिता झगड़ावत, भारती जैन, कांता चित्तौड़ा, पुष्पा चित्तौड़ा, किरण सिसौदिया, माया कोठारी, प्रमिला दलाल, मंजुलता लोढ़ा, चंदनबाला डूंगरवाल, अनामिका सेठिया, दर्शिता जैन, नीता धूपिया, राज कुमारी मारू, साधना कुदाल, कुसुम दांगी, उमा कोठारी का सम्मान किया गया।

- 11 उपवास करने वाले तपस्वी

अलका चौधरी, अनिता मुणोत, अनिता सिरोया, चन्द्रप्रभा चौधरी, दौलत कुमारी बोलिया, दवर्षि मेहता, जाग्रति कोठारी, लता खोखावत, नयन करणपुरिया, नीलू मेहता, नेहा कोठारी, प्रमिला कावडिय़ा, प्रियंका मेहता, रचना सिरोया, रेखा वागरेचा, सीमा मेहता, सीमा सिंघवी, शकुंतला चौधरी, सुरभि सिंघवी, श्वेता भटेवरा, विमला बाबेल का सम्मान किया।

- 10 उपवास करने वाले तपस्वी

अल्पा जैन, अनिता गुड़लिया, अनिता कासलीवाल, आशादेवी भुगडिया, भगवंती देवी बोहरा, भगवंतीदेवी पंचोली, भाविका राजावत, भावना रायावत, चंद्रकांता कोडिया, छाया मेहता, दिव्यांशी बोहरा, हेमा चित्तौड़ा, जयश्री बाई मुंडफोडा, कल्पना खलुदिया, कांता देवी मुंडलिया, कांता देवी मुर्डिया, केसर देवी वेलावत, ख़ुशी रबावत, किरण कोठारी, कोशल्या तलेटिया, ललिता जैन, लीला जैन, मंजू मेहता, मंजूदेवी धतानिया, मंजूदेवी मुंडलिया, मीना बोहरा, मीना देवड़ा, मीना देवड़ा, मीना राजावत, मीनाक्षी कोठारी, मोनिका पंचोली, मोनिका मुंडलिया, नीलम जैन, निधि धनावत, निधि कलावत, पिंकी गांधी, प्रीति सोनी, पुष्पा झाजनावत, पुष्पा सुराणा, पुष्पादेवी जैन, रजनी कोठारी, राजश्री चपलोत, राजश्री दोशी, राखी सगोतिया, रंजना गोटी, ऋचा पद्मावत, रिधांशी कासलीवाल, रिंकी जैन, संगीता बोहरा, संगीता सिंगावत, सेजल मुंडलिया, शशि चित्तौड़ा, शीतल राजावत, श्वेता कोठारी, स्नेहलता चंडालिया, सुरभि चित्तौड़ा, विनीता जैन आदि का सम्मान किया।

- 9 उपवास करने वाले तपस्वी

आकांशा सर्राफ, आरती जैन, आकांशा धींग, अनिता मेहता, आशा बोर्डिया, आशिता कोठारी, आस्था जारोली, भावना सहलोत, चंचल बडाला, चंदा वर्दिया, चंद्रकांता ओस्तवाल, चेतना पोखरना, दीप्ति दुग्गड, दीप्ति ओस्तवाल, दिलखुश मेहता, दिव्या बापना, डॉ अर्पिता माथा, हंसा कंठालिया, हर्षिता धींग, हीना खुरदिया, इंदुबाला धींग, जतन देवी पितलिया, ज्योति बडालमिया, कल्पना धर्मावत, कांता पोखरना, ललिता पामेचा, ललिता पामेचा, ममता बंबोरिया, ममता मोगरा, मधु अलावत, मंजू मेहता, मीना बादलमिया, नीता जारोली, निराली ओस्तवाल, निर्मला बडाला, निशा कंठालिया, पूनम पोरवाल, प्रेम बाई वर्डिया, रिया जैन, संगीता बोलिया, शानू बोकडिया, शीला डागलिया, स्नेहलता मोगरा, तन्मय कोठारी, तारा खिमसरा, वनिता पामेचा, विनिशा पोखरना, वीनू भानावत आदि का सम्मान किया गया।

- 8 उपवास करने वाले तपस्वी

आरती कोठारी, अदिति मोदी, आजाद चंडालिया, अमोलक सुकलेचा, अनु लोढ़ा, आशा लोढ़ा, आशा पोरवाल, आयुषी जैन, भानु सरूपरिया, चंदा मेहता, चंदादेवी बडाला, चंदानी धींग, चंद्रप्रभा मोदी, धन्नाबाई मेहता, हेमलता बोकडिय़ा, हेमलता चव्हाण, हेमलता कुकड़ा, हिना नागोरी, इंद्र डागा, कल्पना वास्तववत, कविता सियाल, लाड देवी वया, लाड लोढ़ा, ललिता लसोड़, ललिता सुराणा, लक्ष्मी कोठारी, मधु कावडिय़ा, मैना बया, मांजी शिशोदिया, मीना डागलिया, मीरा मेहता, मोनिका मोगरा, नाथीबाई तलेसरा, नेहा कोठारी, परिधि झोटा, पर्युषा मोगरा, प्रेमबाई बोहरा, प्रियांशी पोरवाल, पूर्णिमा मेहता, पुष्पा मादरेचा, रेखा चंडालिया, रेनू जैन, रीवा नेनावती, रुचिका भंडारी, सीमा वाया, शकुंतला लोढ़ा, शांता देवी सिंघवी, शशि मेहता, शीला डागलिया, शीला डागलिया, शेफाली तलेसरा, श्वेता मेहता, सुगन मेहता, सुमन नलवाया, सुनीता बडाला, सुनीता मेहता, सुनीता सोनी, सुशीला भानावत, सुशीला भंडारी, सुषमा चव्हाण, ट्विंकल पोरवाल, विजयलक्ष्मी सिंघवी, विमला पोरवाल, विंकल मोगरा आदि का सम्मान किया गया।

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