श्रेयांस नाथ भगवान के मोक्ष कल्याणक पर्व पर निर्वाण लड्डू चढ़ाया

उदयपुर, । झीलों की नगरी के पदमप्रभु दिगंबर जैन मंदिर पायडा में आचार्य आदि सागर अंकलीकर परंपरा में तपस्वी सम्राट आचार्य सन्मति सागर एवं प्रथम गणिनी आर्यिका विजय मति माताजी की शिष्या नमनश्री माताजी एवं विनय प्रभा माताजी के सानिध्य में रक्षाबंधन महापर्व पर विष्णु कुमार मुनि एवं अकम्पनाचार्य महामुनि राज एवं 700 मुनिराज की महा पूजा अष्टद्रव्य से 63 थाल सजाकर 63 महानुभावों द्वारा अलग-अलग द्रव्य से अंजू दीदी एवं सन्मति दीदी के नेतृत्व में की गई। प्रवक्ता संजय गुडलिया ने बताया कि 16 दिवसीय शांति विधान का समापन एवं हवन किया गया। श्रेयांस नाथ भगवान के मोक्ष कल्याणक पर्व पर निर्वाण लड्डू बसंती लाल सुमति प्रकाश जी मूणावत परिवार द्वारा चढ़ाया गया। पदम प्रभु भगवान की वेदी में प्रथम राखी सेठ धनराज सकावत परिवार एवं जिनवाणी की राखी कन्यालाल जावरिया परिवार की तरफ से अर्पित की गई एवं आर्यिका नमन श्री माताजी के प्रकाश चंद्र अदवासिया व नमोस्तू शासन परिवार एवं विनय प्रभा माताजी के सुरेश जी चिबोडिया परिवार की तरफ से अर्पित की गई अंत में आर्यिका श्री के पाद प्रक्षालन डॉक्टर अंशुल जी रांची द्वारा किया गया इस अवसर हजारों श्रावक श्राविकाएं मौजूद रही।