शिल्पग्राम उत्सव की तैयारियां चरम पर

उदयपुर। एक साल के इंतजार के बाद एक बार फिर से राजस्थान, खासकर मेवाड़ के लोक कला प्रेमियों की खास पसंद बन चुके पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर के शिल्पग्राम उत्सव की तैयारियां चरम पर हैं। हर वर्ष की भांति इस साल भी मेलार्थियों की पसंद को मद्देनजर रखते हुए कई नए आकर्षण शामिल किए गए हैं।
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि इस मर्तबा कला विहार में राजस्थान के सुप्रसिद्ध घूमर नृत्य के जीवंत स्टेच्यूज तैयार हो रहे हैं। इसी प्रकार प्रस्तर प्रतिमाओं में भी दर्जन नए खूबसूरत आइटम्स शामिल किए गए हैं, जो मेलार्थियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनेंगे। इन प्रतिमाओं में पुराने इलेक्ट्रिक रेडियो, लॉन्ग शू, बल्ब, पुराना टेलीफोन, स्टीम इंजिन, लोमड़ी, पर्दे से झांकती स्त्री, बैग पाइप इंस्ट्रूमेंट, किताब और रीढ़ की हड्डी को इस तरह बारीकी से उकेरा गया है कि वास्तविक से प्रतीत होते हैं।
निदेशक खान ने बताया कि इस बार घूमर नर्तकियों की सुंदर प्रतिमाएं कला विहार में मेलार्थियों को लुभाएंगी। यह प्रयोग गत वर्ष “गवरी” के रूप में सफल हो चुका है, जिसे मेलार्थियों ने खूब सराहा था।
मुक्ताकाशी मंच का बैक ड्रॉप लगभग तैयार-
खान ने बताया कि इस बार मुक्ताकाशी मंच का बैक ड्रॉप राजस्थान की हवेलियों की थीम पर बनाया जा रहा है। इसका निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है। कारीगर दिनरात इसे खूबसूरत टच और फिनिशिंग देने में जुटे हुए हैं।
मैन गेट तैयार-
शिल्पग्राम का मुख्यद्वार सहरिया आदिवासी थीम पर बन कर तैयार हाे चुका है। यह खूबसूरत द्वार यहां आने वाले पर्यटकों का मनमोह रहा है। उन्होंने बताया कि अन्य तमाम तैयारियां भी अंतिम चरण में हैं।
