राजस्थान बना देश के लिए मॉडल, उड़ीसा के बाद महाराष्ट्र की टीम ने भी की सराहना’

राजस्थान बना देश के लिए मॉडल, उड़ीसा के बाद महाराष्ट्र की टीम ने भी की सराहना’
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राजस्थान बना देश के लिए मॉडल, उड़ीसा के बाद महाराष्ट्र की टीम ने भी की सराहना’

जयपुर/उदयपुर, । सुदृढ़, पारदर्शी और मतदाता-केंद्रित निर्वाचन व्यवस्था की दिशा में राजस्थान एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर उदाहरण बनकर उभरा है। मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण-2026 (एसआईआर) के अंतर्गत प्रदेश में किए जा रहे नवाचारों, तकनीकी सुधारों और जमीनी स्तर की कार्यप्रणाली का अध्ययन करने के लिए उड़ीसा के बाद अब महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) की टीम ने राजस्थान का दौरा किया।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राजस्थान नवीन महाजन ने बताया कि तीन दिवसीय इस अध्ययन भ्रमण के दौरान महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की टीम ने सचिवालय से लेकर बूथ स्तर तक एसआईआर प्रक्रिया का गहन अवलोकन किया। टीम में संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोहर पार्कर तथा उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रशांत नवगे शामिल थे।

’तकनीक, पारदर्शिता और जनभागीदारी पर फोकस’

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सचिवालय में आयोजित प्रस्तुति के दौरान एसआईआर की संपूर्ण प्रक्रिया को चरणबद्ध रूप से समझाया गया। इसमें प्रिंटिंग, रणनीति निर्माण, प्रशिक्षण, बीएलओ सहायकों का नियोजन, बीएलए के नियोजन से पारदर्शिता बढ़ाने, नव मतदाताओं के पंजीकरण, मतदाता सूची की शुद्धता, प्रविष्टियों के सुधार, घर-घर सत्यापन, तथा आईटी-आधारित समाधानों की विस्तृत जानकारी दी गई।

महाराष्ट्र की टीम ने मीडिया और जागरूकता अभियानों के माध्यम से मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के प्रयासों की भी सराहना की।

’जमीनी हकीकत का प्रत्यक्ष अध्ययन’

अध्ययन भ्रमण के दौरान टीम ने फील्ड निरीक्षण कर बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर), निर्वाचन अधिकारियों और स्थानीय कार्मिकों से सीधा संवाद किया। मतदाता सूची में नाम जोड़ने-हटाने की प्रक्रिया, पात्रता की जांच, विशेष प्रविष्टियों के प्रावधान तथा मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को नजदीक से देखा।

’उच्च स्तरीय मैपिंग ने बनाया आसान’

श्री महाजन ने बताया कि उच्च स्तरीय मैपिंग से एसआईआर प्रक्रिया अत्यंत सरल एवं पारदर्शी बनती है। इससे बूथवार मतदाता प्रबंधन सुदृढ़ होता है तथा मतदाताओं को बार-बार दस्तावेज प्रस्तुत करने से राहत मिलती है। चुनाव विभाग ने ECINET प्लेटफॉर्म, BLO ऐप, पोर्टल-आधारित सत्यापन प्रणाली और जिला हेल्पलाइन व्यवस्था को सुव्यवस्थित कर कार्यप्रणाली को तेज एवं विश्वसनीय बनाया।

’माइक्रो मैनेजमेंट, टीम भावना और तकनीकः सफलता के तीन सूत्र’

मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन इसे “टीम राजस्थान” की जीत बताते हैं। गांव से लेकर शहर तक, बीएलओ से लेकर एईआरओ तक, और जिला निर्वाचन अधिकारियों से लेकर स्वयंसेवकों तक हर स्तर पर एकजुटता और सतत निगरानी ने इस उपलब्धि को संभव बनाया।

’अन्य राज्यों के लिए प्रेरक मॉडल’

श्री महाजन के अनुसार, दोनों राज्यों की टीमों ने राजस्थान की एसआईआर प्रक्रिया को “अत्यंत सुव्यवस्थित, तकनीकी रूप से उन्नत, पूर्णतः पारदर्शी और मतदाता-केंद्रित” बताया। टीम सदस्यों का मानना है कि मतदाता सूची की शुद्धता और समावेशिता सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान द्वारा अपनाए गए नवाचार अन्य राज्यों के लिए आदर्श मॉडल बन सकते हैं।

उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया राजस्थान निर्वाचन विभाग को और अधिक सशक्त, आधुनिक एवं विश्वसनीय निर्वाचन प्रणाली के निर्माण के लिए प्रेरित करती है।

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