साधु-भगवंतों द्वारा दी गई जिनवाणी के पथ पर चलने का संकल्प ले श्रावक-श्राविका : राज्यपाल कटारिया

उदयपुर। अखिल भारतवर्षीय श्री गुरु पुष्कर संगठन समिति के तत्वावधान में जीवदया प्रेमी, जिन शासन चंद्रिका, परम विदुषी साध्वी शील कंवर महाराज का संयम शताब्दी महोत्सव विद्या निकेतन स्कूल सेक्टर 4 में बड़े धूमधाम से मनाया गया। अध्यक्ष संजय भण्डारी ने बताया कि समारोह में मुख्य अतिथि पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया थे। विशिष्ठ अतिथि के रूप में शहर विधायक ताराचंद जैन मौजूद रहे। कार्यक्रम में महाश्रमण गुरुदेव जिनेंद्र मुनि महाराज, ज्ञानयोगी प्रज्ञा महर्षि उपाध्याय पूज्य रमेश मुनि महाराज, सेवाभावी दीपेश मुनि महाराज, ओजस्वी वक्ता रविंद्र मुनि नीरज, पंन्यास प्रवर मुनि निरागरत्न महाराज, आदि ठाणा एवं उदयपुर में विराजित सभी साधु साध्वियों का पावन सानिध्य एवं आशीर्वचन प्राप्त हुआ। साथ ही गुरुदेव एवं गुरुनी के जयकारों से पूरे सभागार को गुंजायमान कर दिया।
अध्यक्ष संजय भण्डारी ने बताया कि साध्वी शील कंवर महाराज के संयम शताब्दी महोत्सव में 8 दशक से समाज की सेवा करने वाले 30 जोड़ों का मेवाड़ी पगड़ी, माला, शॉल, उपरणा एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। आयोजन में उदयपुर, सूरत, अहमदाबाद, मंदसौर, इंदौर, नांदेशमा, ढोल, कमोल, सायरा, सिंघाड़ा, पदराड़ा, तरपाल, बगडूंदा, बाघपुरा, झाड़ोल, मादड़ा से करीब 400 से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में समय से पूर्व आने वाले 50 श्रावक-श्राविकाओं को चांदी के सिक्के कुन्दन चोरडिय़ा भुवाणा द्वारा प्रदान किए गए।
भण्डारी ने सभी का स्वागत अभिनंदन करते हुए साध्वी शील कंवर एवं कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत की। इस दौरान सभी अतिथियों एवं विमोचन कर्ता सीमा-ललित चोरडिया द्वारा शील सयंम स्मारिका का विमोचन किया गया तथा वर्ष भर में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी भी प्रदान की। मंत्री श्याम झगड़ावत ने संगठन समिति के विगत वर्ष में हुए कार्यों का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि महामहिम कटारिया ने समारोह में उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं को जैन एकता की सीख दी तथा साध्वी शील कंवर महाराज व पुष्कर मुनि महाराज के पावन सानिध्य में संगठित जैन समाज की बात कही। साथ ही कहा कि साधु-भंगवतों द्वारा दिए गए उपदेशों की हमेशा पालना करनी चाहिए। उन्होंने शताब्दी समारोह के आयोजकों को ऐसे भव्य व व्यवस्थित आयोजन करने के लिए शुभकामना प्रेषित की। साथ ही साधु भगवंतों द्वारा दी गई जिनवाणी के पथ पर चलने की प्रेरणा दी। शहर विधायक ताराचंद जैन ने समिति को सुन्दर आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी।
निराग रत्न सूरी महाराज ने सभा को गुणानुकरण सभा करते हुए वसुधैव कुटुम्बकम की सीख दी। जिनेन्द्र मुनि महाराज से संयम शताब्दी वर्ष में मेवाड़ सिंहनी शासन चंद्रिका शीलू महाराज के जीवन का परिचय देते हुए उनके द्वारा चलाए गए गौ -शाला व अन्य पुण्यार्थ संस्थाओं में किए जा रहे कार्यों का बखान किया। महाराज ने आयोजन समिति का विशेष रूप से धन्यवाद एवं साधुवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र के सामूहिक मंगलाचरण एवं महामहिम गुलाबचंद कटारिया एवं दिलीप सुराणा द्वारा ध्वजारोहण से हुआ। शील दरबार का अनावरण कन्हैयालाल मोदी ने किया तथा पुष्कर दरबार अनावरण मानव भण्डारी व निखिल कावडिय़ा द्वारा किया गया। शब्दों द्वारा स्वागत अखिल भारतवर्षीय श्री गुरु पुष्कर संगठन समिति के अध्यक्ष संजय भण्डारी द्वारा किया गया तथा आभार युवा अध्यक्ष प्रवीण पोरवाल द्वारा ज्ञापित किया गया। इस दौरान सुखलाल मादरेचा ढोल, हस्तीमल धोका सायरा, दयालाल हिंगड़ मादड़ी, पुष्पा- रमेश खोखावत, कुलदीप प्रियदर्शी, वेरागन भूमि आदि ने भी सभा को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर संजय भण्डारी, श्याम झगड़ावत, प्रवीण पोरवाल, नरेन्द्र सेठिया, दलपत सोलंकी, लोकेश कोठारी, राजेन्द्र हिंगड़, सीपी पोरवाल, पवन मेहता, नरेन्द्र सिंघवी, लता भण्डारी, कुसुम झगड़ावत, जीवल पोरवाल सहित सैकड़ों श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे।