सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम हेतु सख्त कार्यवाही हो - जिला कलक्टर
उदयपुर, । पर्यावरण संरक्षण हेतु जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है, सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम हेतु सख्त कार्यवाही हो, जुर्माना वसूला जावे ताकि इनके प्रयोग को हतोत्साहित किया जा सके। ये बातें जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित मिनी सभागार में आयोजित जिला पर्यावरण समिति की बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के वितरकों पर भी कार्रवाई हो, आगामी दो-तीन दिन में संबंधित विभाग इस संबंध में प्रभावी कार्रवाई करें।
उन्होंने गत बैठक में दिए निर्देशों की अनुपालना की प्रगति जानी और विभिन्न डंपिंग यार्ड में पौधारोपण के बारे में पूछा तथा इन पौधों के रखरखाव के भी आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटन स्थलों पर विशेष साफ-सफाई के निर्देश देते हुए अपेक्षित स्थानों पर स्वच्छता जागरूकता के स्टीकर लगवाने के गत मीटिंग में दिए दिशा निर्देशों की अनुपालना की स्थिति भी जानी।
झीलों में सफाई के दिए निर्देश:
बैठक दौरान कलक्टर पोसवाल ने गत दिनों त्योहारों के दौरान विसर्जित नारियल, कपड़ें, तस्वीरें आदि के झील में जमा होने की स्थिति को देखते हुए इस हेतु टीम लगाकर प्रभावी सफाई करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने शहर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नीमच माता के मार्ग में क्षतिग्रस्त रेलिंग के स्थान पर लोहे की रेलिंग लगवाने के भी वन विभाग को निर्देश दिए। उन्होंने वन विभाग, देवस्थान विभाग तथा यूडीए अधिकारियों से कहा कि यथासंभव नीमज माता मंदिर परिसर के विस्तार हेतु संभावनाएं तलाशी जाए तथा विस्तृत प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करें।
जागरूकता अभियान चलावें:
कलक्टर ने जिले में पॉलिथीन के कारण बढ़ते प्रदूषण की संभावनाओं को देखते हुए आगामी समय में विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के बीच पॉलिथीन एवं प्लास्टिक के प्रति जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए। बैठक में जिला कलेक्टर ने बड़ा मदार तालाब में प्रवाहित होकर आ रही मार्बल स्लरी की रोकथाम हेतु चेक डैम बनाए जाने की भी आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि शहर की झीलों में दूषित पानी ना आए इसका प्रभावी प्रयास करना होगा।
बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण प्रावधानों की अनुपालना हो:
बैठक में जिला कलक्टर पोसवाल ने वाहनों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण के संबंध में परिवहन विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली साथ ही अनफिट तथा 15 वर्ष अधिक पुराने वाहनों पर प्रभावी कार्रवाई करने के भी निर्देश प्रदान किये। उन्होंने बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण के संबंध में भी नियमों की अनुपालना नहीं करने वाले क्लीनिकों एवं अस्पतालों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
इको सेंसेटिव जोन पर भी हुई चर्चा:
बैठक के दौरान जिला कलक्टर पोसवाल ने शहर से सटी पहाड़ियों की अवैध कटाई की शिकायतों तथा इको सेंसेटिव जोन में जारी निर्माण स्वीकृतियों के संबंध में की गई कार्रवाई की भी जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश प्रदान किये। उन्होंने सेंसेटिव जोन में निर्माण स्वीकृतियां जारी नहीं करने की बात भी दोहराई। इस मौके पर उन्होंने वर्तमान में चल रही मौसमी बीमारियों की रोकथाम के संदर्भ में विभिन्न विभागों द्वारा की जा रही कार्रवाई की भी जानकारी ली ।
बैठक में बाघदडा सेंचुरी में स्थित जलाशय में हो रहे प्रदूषण, आगामी समय में नगर निगम द्वारा शहर में संचालित किए जाने वाले ई-रिक्शा, बढ़ते ध्वनि प्रदूषण समेत विभिन्न पर्यावरणीय विषयों पर चर्चा हुई। इस दौरान नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश, यूडीए आयुक्त राहुल जैन, उप वन संरक्षक अजय चित्तौड़ा सहित पर्यावरण समिति सदस्य व संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।