दुनिया में सबसे सुखी आदमी वह है जो तकिए पर सिर रखे और गहरी नींद आ जाए - पुलक सागर

दुनिया में सबसे सुखी आदमी वह है जो तकिए पर सिर रखे और गहरी नींद आ जाए - पुलक सागर
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उदयपुर । सर्वऋतु विलास स्थित महावीर दिगम्बर जैन मंदिर में राष्ट्रसंत आचार्यश्री पुलक सागर महाराज ससंघ का चातुर्मास भव्यता के साथ संपादित हो रहा है। शुक्रवार को टाउन हॉल नगर निगम प्रांगण में 27 दिवसीय ज्ञान गंगा महोत्सव के 13वें दिन नगर निगम प्रांगण में विशेष प्रवचन हुए। चातुर्मास समिति के अध्यक्ष विनोद फान्दोत ने बताया कि शुक्रवार को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर निगम पूर्व महापौर चंद्र सिंह कोठारी, नारायण सेवा संस्थान से डॉ. प्रशांत अग्रवाल, देवस्थान विभाग से जतिन कोठारी, प्रेस क्लब के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौड़ सहित कई अतिथिगण मौजूद थे । कार्यक्रम का मंगलाचरण सास बहू बेटी दसा नरसिंहपुरा मंडल, सेक्टर 4 ने किया ।

चातुर्मास समिति के परम संरक्षक राजकुमार फत्तावत व मुख्य संयोजक पारस सिंघवी ने बताया कि ज्ञान गंगा महोत्सव के 13वें दिन आचार्य पुलक सागर महाराज ने कहा एक उम्र होती है और और कहने की, एक उम्र होती है बस बस कहने की । जीवन में मन की संतुष्टि जरूरी है । मन की बाल्टी में संतोष का पैंदा लगा लो, जीवन सफल हो जाएगा । एक बार नारद बैकुंठ लोक से मृत्युलोक पर आ गए । नारद ने भिखारी को देखा कि यहां भिखारी भी होते है, 2 वक़्त की रोटी भी नहीं खा पाते है, ये फटे कपड़े क्यों पहने है । भिखारी ने नारद के आगे पत्र फैलाया और कहा कुछ दे दो । नारद को दया आ गई, नारद ने कहा कि मेरे साथ बैकुंठ चल । भिखारी ने कहा उसके लिए मरना पड़ता, तुम अगर मुझे वापस छोड़ दो, तो मैं चलूं । नारद उसे इंद्र सभा में ले गए, तो इंद्र ने कहा कि तुमने नियम तोड़ा है, तुमने इसे जीते जी यहां लेकर आ गए । भिखारी को पूछा क्या चाहिए, भिखारी ने कहा कि मेरा कटोरा भर दो । इंद्र ने कटोरा भरना शुरू किया, लेकिन 10 घंटे बाद भी वह कटोरा नहीं भरा, तो सौधर्म ने उसका कटोरा देखा तो पता चला कि वह कटोरा नहीं आदमी की खोपड़ी है, भिखारी सुबह शमशान से गुजर रहा था, वहां से खोपड़ी उठा लाया । इंद्र ने कहा सब कुछ भरा जा सकता है, लेकिन आदमी की खोपड़ी को भरना मुश्किल है । आदमी को सब कुछ मिल जाए तो भी उसकी ख्वाहिशें पूरी नहीं होती । उपलब्धियों का उपयोग करो, लेकिन उसका अहंकार मत करो । मन को बदलने से ज्यादा देर नहीं लगता है, कुविचार के अंकुर फूटे तो उन्हें वही मसल देना चाहिए । कोई किसी के बारे में कुछ कहे तो गलत सोच मन में बना लेते है । अपने मन की बात किसी को मत बताना, अगर बताना हो तो मंदिर में जाकर भगवान को बता दो, कम से कम तुम्हारा मजाक नहीं बनेगा, और शांति मिलेगी । दुनिया में सबसे सुखी आदमी वो है जो तकिए पर सिर रखे और गहरी नींद आ जाए । लोग मंदिर में स्वर्ग ढूंढा करते है, लेकिन मैं पुलक सागर कहता हूं स्वर्ग इंसान की सोच में हुआ करता है । चिंता नहीं, चिंतन करो, जीवन हरा भरा हो जाएगा ।

चातुर्मास समिति के महामंत्री प्रकाश सिंघवी व प्रचार संयोजक विप्लव कुमार जैन ने बताया कि 9 अगस्त को रक्षाबंधन एवं 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर विशेष आयोजन होगा । इस अवसर पर विनोद फान्दोत, राजकुमार फत्तावत, शांतिलाल भोजन, आदिश खोडनिया, पारस सिंघवी, अशोक शाह, शांतिलाल मानोत, नीलकमल अजमेरा, शांतिलाल नागदा सहित उदयपुर, डूंगरपुर, सागवाड़ा, साबला, बांसवाड़ा, ऋषभदेव, खेरवाड़ा, पाणुन्द, कुण, खेरोदा, वल्लभनगर, रुंडेडा, धरियावद, भीण्डर, कानोड़, सहित कई जगहों से हजारों श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे।

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