केंद्रीय संस्कृति मंत्री शेखावत और पंजाब के राज्यपाल कटारिया भी रहेंगे मौजूद

केंद्रीय संस्कृति मंत्री शेखावत और पंजाब के राज्यपाल  कटारिया भी रहेंगे मौजूद
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उदयपुर,। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर की और से लोक कलाओं को समर्पित शिल्पग्राम उत्सव की शुरुआत रविवार शाम को होगी। राजस्थान के राज्यपाल एवं पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के अध्यक्ष हरिभाऊ किसनराव बागडे नगाड़ा बजाकर उत्सव का उद्घाटन की घोषणा करेंगे। समारोह की अध्यक्षता केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत करेंगे। समारोह में अतिविशिष्ट आमंत्रित अतिथि के रूप में पंजाब के राज्यपाल एवं प्रशासक चंडीगढ़ गुलाब चंद कटारिया भी शरीक होंगे। वहीं, उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, चित्तौड़गढ़ सांसद सी. पी. जोशी, राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन तथा उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा भी समारोह में मौजूद रहेंगे।

दो प्रसिद्ध कलाकार नवाजे जाएंगे-

केंद्र के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि समारोह में डॉ. कोमल कोठारी स्मृति लाइफटाइम अचीवमेंट लोक कला पुरस्कार राजकोट (गुजरात) के डॉ. निरंजन वल्लभभाई राज्यगुरु और जयपुर (राजस्थान) के रामनाथ चौधरी को प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्कार में प्रत्येक को एक रजत पट्टिका के साथ ही 2.51 लाख रुपए की राशि दी जाती है।

विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति होगी साकार-

इस दस दिवसीय फेस्टिवल में 22 राज्यों के करीब 900 लोक कलाकार अपनी प्रस्तुतियों में अपने-अपने प्रदेश की लोक संस्कृति से मेलार्थियों को रू-ब-रू कराएंगे।

पहले दिन प्रवेश निशुल्क-

निदेशक खान ने बताया कि शिल्पग्राम में प्रथम दिवस रविवार को दोपहर 3.00 बजे से प्रवेश निशुल्क होगा।

मन मोहेंगी कोरियोग्राफिक डांस, सिंफनी और फोक फ्यूजन की प्रस्तुतियां-

उद्घाटन समारोह में जहां श्रद्धा सतवीडकर के मराठी लावणी लोक नृत्य के साथ नितिन कुमार के भारतीय शास्त्रीय नृत्य कथक की खूबसूरत सिंफनी में क्लासिकल और फोक का अनूठा संगम दिखेगा, वहीं प्रसिद्ध कोरियोग्राफर सुशील शर्मा के निर्देशन में विभिन्न लोक नृत्यों के संगम की प्रस्तुति दर्शकों का मन मोहेगी। कोरियोग्राफिक प्रस्तुति में गोवा के देखनी व घोड़े मोदनी, मणिपुर के लैहारोबा, कश्मीर के रौफ, राजस्थान के लाल आंगी व चरी, कर्नाटक के पूजा कुनिता व ढालू कुनिता, महाराष्ट्र के सोंगी मुखौटा, पंजाब के लुड्‌डी, तथा गुजरात के तलवार रास व राठवा नृत्यों का महासंगम दर्शकों के दिलों को झंकृत करेगा। इन प्रस्तुतियों को कलाकार रिहर्सल में निरंतर निखार रहे हैं।

इनके साथ ही प्रेम भंडारी ग्रुप का राजस्थानी लोक गायन का फोक फ्यूजन कला प्रेमियों को रिझाएगा।

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पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर

शिल्पग्राम उत्सव

लोक कला देखने के साथ ही सीखने का भी मिलेगा अवसर

-शिल्पग्राम उत्सव में लगेंगी तीन कार्यशालाएं

-ट्ाइबल मास्क, पेपरमैशी और कठपुतली कार्यशाला में सिखाई जाएंगी इन कलाओं की बारीकियां

उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर की ओर से 21 दिसंबर से आयोजित होने जा रहे शिल्पग्राम उत्सव में लोेक कला में रुचि रखने वाले हर उम्र के लोगों के लिए शिल्पग्राम प्रांगण में ट्राइबल मास्क, पेपरमैशी और कठपुतली की कार्यशाला लगेंगी। इनमें विशेषज्ञ इन विधाओं से जुड़ी बारीकियां सिखाएंगे।

पश्चिम क्षेत्र सस्कृतिक केंद्र के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि शिल्पग्राम प्रांगण में 21 से 30 दिसंबर तक मुक्ताकाशी रंगमंच के पास ये कार्यशालाएं लगेंगी। ट्राइबल कार्यशाला में लकड़ी व अन्य सामग्री से बनने वाले आदिवासी मुखौटे बनाने सिखाए जाएंगे। इस वर्कशॉप में बांसवाड़ा के छगन लाल डिंडोर प्रशिक्षण देंगे। पेपरमैशी कार्यशाला में लुग्दी को खूबसूर आकार देकर खिलौने व अन्य डेकोरेटिव आइटम्स के निर्माण का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें बूंदी के कलाकार रामदेव मीणा प्रशिक्षक होंगे। वहीं, कठपुतली कार्यशाला में उदयपुर के मुकेश भाट कठपुतली बनाना सिखाएंगे।

इन कार्यशालाओं में किसी भी उम्र के लोग प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। वहीं, जो कलाकार इन कलाओं में पूर्व से लगे हैं, वे भी अपने हुनर को और तराश सकेंगे।

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