जिसका राजा व्यापारी, उसकी प्रजा भिखारी- बोले मदन राठौड़

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने संगठन और हालिया राजनीतिक घटनाक्रम पर खुलकर चर्चा करते हुए मीडिया के सामने अपनी बात रखी। गुजरात के केवड़िया में आयोजित भाजपा विधायकों और सांसदों के प्रशिक्षण शिविर से लौटकर राठौड़ ने बताया कि यह शिविर संगठन का नियमित कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य जनसेवकों को और अधिक दक्ष बनाना है। उन्होंने कहा- हम जनसेवा तभी कर पाएंगे जब सत्ता में बने रहेंगे और सत्ता में बने रहने के गुर सीखना हमारा दायित्व है।
रिपोर्ट कार्ड को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सबको पता है कि कौन विधायक और सांसद कैसा काम कर रहा है। हमारा सिद्धांत है 'जिसका राजा व्यापारी, उसकी प्रजा भिखारी', हम इसी भावना से काम करते हैं। रिपोर्ट कार्ड जैसी कोई बात नहीं है, जनता जानती है कि कौन क्या कर रहा है। केंद्रीय नेतृत्व की नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा, कि घर के बड़े कभी संतुष्ट नहीं होते। अगर कोई 60% लाता है तो उससे 65% की उम्मीद की जाती है। यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है।
बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल की गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति का स्तर इतना गिर जाएगा, यह सोचा नहीं था। सवाल पूछने के बदले पैसे लेना मर्यादा का उल्लंघन है। जब एक लाख लिया तो मजा आया, फिर 20 लाख लेने गए और आज जेल पहुंच गए। ऐसे लोग जनसेवक कहलाने योग्य नहीं हैं।
भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा के मामले में राठौड़ ने स्पष्ट किया कि मामला कोर्ट में लंबित है और जो फैसला आएगा, उसी अनुसार पार्टी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा, कि एक जुर्म के लिए दो सजा नहीं हो सकती। मदन राठौड़ के बयानों से स्पष्ट है कि भाजपा आंतरिक प्रशिक्षण और अनुशासन के माध्यम से संगठन को मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। वहीं भ्रष्टाचार और नैतिक पतन के मामलों पर भी सख्त रुख अपनाया जा रहा है।
