योग प्राचीन भारतीय परम्परा एवं संस्कृती की अमूल्य देन: जैन

योग प्राचीन भारतीय परम्परा एवं संस्कृती की अमूल्य देन: जैन
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कोटा। योग हमारी जीवन शैली में परिवर्तन लाकर हमारे अन्दर जागरूकता उत्पन्न करता है तथा प्राकृतिक परिवर्तनों से शरीर में होनें वाले बदलावों को सहन करनें में सहायक होता है। यह बात सूचना एवं प्रसारण मन्त्रालय, भारत सरकार के केन्द्रीय संचार ब्यूरा, क्षेत्रीय कार्यालय, कोटा द्वारा आज श्ुक्रवार को 11 वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के 50 दिन शेष के अवसर पर अरिहंत टीटी काॅलेज , चन्दे्रसल के सभागार में आयोजित सामान्य योग अभ्यासक्रम (प्रोटोकाॅल) एवं जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथ के रूप् में बोलते हुए विजय वर्गीय समिति के अध्यक्ष मुकेश जैन ने कही ।

उन्होनें कहा कि योग प्राचीन भारतीय परम्परा एवं संस्कृती की अमूलय देन है। योग अभ्यास शरीर एवं मन, विचार एवं कर्म, आत्मसंयम एवं पूर्णता की एकात्मकता तथा मानव प्रकृति के बीच सामजस्य स्थापित करता है।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए अरिहंत टीटी कॉलेज के प्रिसिपल डॉ.मोहम्मद अनीष नें कहा कि योग मात्र व्यायाम नहीं है, बल्कि स्वयं के साथ, विश्व और प्रकृति के साथ एकत्व खोजनें का भाव है। उन्होनें इस अवसर पर योग क्या है, योग का संक्षिप्त इतिहास एवं विकास, योग के आधारभूत तथ्य एवं पारम्परिक योग सम्प्रदाय तथा स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए योगिक अभ्यास के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

इस अवसर पर रक्षम योग शाला के योग प्रशिक्षक राकेश सैनी एवं पियुष अग्रवाल नें खड़े होकर एवं बैठकर किए जानें वाले आसनों एवं उदर के बल एवं पीठ के बल लेट कर किए जानें वाले आसनों के अलावा कपाल भाती,अनुलोम विलोम, प्राणायाम, घ्यान, शांतिपाठ की प्रस्तुती देकर योग के महत्व के बारे में युवा पीढी को योगाभ्यास के दौरान संदेश दिया।

प्रारम्भ में क्षेत्रीय लोक सम्पर्क ब्यूरो के सहायक निदेशक रामेश्वर लाल मीणा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया की 11 वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के 50 दिन शेष के अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मन्त्रालय के केन्द्रीय संचार ब्यूरो द्वारा एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योग थीम पर सामान्य योग अभ्यासक्रम (प्रोटोकाॅल) एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

उन्होने कहा की 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में हमारे माननीय प्रधानमन्त्री श्रीमान नरेन्द्र मोदी जी द्वारा योग को वैश्विक पहचान देनें हेतु अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनानें का प्रस्ताव रखा जिसे 177 देशों का समर्थन मिला। उन्ही की पहल से पूरे देश मे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस सन 2015 से प्रतिवर्ष 21 जून का मनाया जाता है।

इस अवसर पर मोखिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई विजेता प्रतिभागियों को ब्यूरो के सहायक निदेशक रामेश्वर लाल मीणा, विजय वर्गीय समिति के अध्यक्ष मुकेश जैन, अरिहंत टीटी कॉलेज के प्रिसिपल डॉ. मोहम्मद अनीष एवं अरिहंत पब्लिक स्कूल की प्रिसिपल कुमुद जैन ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया । कार्यक्रम में अरिहंत टीटी कॉलेज के प्रशिक्षित शिक्षक एवं अरिहंत पब्लिक स्कूल के 300 से अधिक विधार्थियों ने भाग लिया । कार्यक्रम का संचालन केन्द्रीय संचार ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार सहायक प्रेमसिंह यादव ने किया ।

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