9 मई - महाराणा प्रताप की जयंती पर विशेष

महाराणा प्रताप को वंदन...!
मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा को हैं नमन,
देशवासियों के दिलों में महाराणा प्रताप को वंदन।
इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम व दृढ प्रण,
स्वतंत्रता सेनानियों के लिए प्रेरणा स्रोत किया रण।
मुगल बादशाह अकबर की अधीनता नहीं स्वीकार,
स्वाभिमान व साहस ना झुका सका कोई मक्कार।
मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा को हैं नमन,
देशवासियों के दिलों में महाराणा प्रताप को वंदन।
जीवन संघर्ष में साथ चेतक घोड़ा-रामप्रसाद हाथी,
युद्ध के मैदान में पराक्रमी हो खूब साथ देते साथी।
हल्दीघाटी में युद्ध में अकबर और महाराणा प्रताप,
चेतक की स्वामीभक्ति देख मुगल बादशाह संताप।
मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा को हैं नमन,
देशवासियों के दिलों में महाराणा प्रताप को वंदन।
महाराणा प्रताप थे हल्दीघाटी युद्ध के लिए प्रसिद्ध,
22000 सेना ने 2 लाख सैनिकों विरुद्ध लड़ा युद्ध,
प्रताप को घोड़े चेतक व रामप्रसाद से गहरा लगाव,
समय ऐसा भी आया जब बादशाह के उखड़े पाँव।