माँ की जान बचाने बेटी जाती तड़प...!

कंधमाल के गांव में अभी तक नहीं बनी है सड़क,
पीठ पे लाद माँ की जान बचाने बेटी जाती तड़प।
डुमेरी पाड़ा गांव में बालामादु नामक एक महिला,
सोते समय 'जहरीले सांप' ने काटा परिवार हिला।
महिला को अस्पताल पहुंचाने एंबुलेंस फोन किया,
गांव में सड़क नहीं एंबुलेंस का सारामुंडी में ठिया।
कंधमाल के गांव में अभी तक नहीं बनी है सड़क,
पीठ पे लाद माँ की जान बचाने बेटी जाती तड़प।
वह जंगल के रास्ते 'पांच' किलोमीटर पैदल चली,
भले व्यक्ति की मदद मिली तीन किलोमीटर बढ़ी।
मोटर साइकिल पर बिठा एंबुलेंस तक पहुंचवाया,
दुर्गम रास्तों से अस्पताल जाते उठा माँ का साया।
कंधमाल के गांव में अभी तक नहीं बनी है सड़क,
पीठ पे लाद माँ की जान बचाने बेटी जाती तड़प।
क्या? हुआ सड़क न बनी सत्तर साल तक दरकार,
कितनी पीढ़ियां निकलीं अभी रहम करों सरकार।
ग्रामीण प्रशासन से कर रहें सड़क बनाने की मांग,
सत्ता की चाबियां न उछालो न जाओं सीमा लांघ।
(संदर्भ-इलाज हेतू माँ को पीठ पे लाद 5 किलोमीटर पैदल चली बेटी)