हिन्दुओ पर हमलो का विरोध, आधा दिन बंद रहे जहाजपुर के बाजार

जहाज़पुर दिनेश पत्रिया। बांग्लादेश मे रहने वाले अल्पसंख्यको व हिन्दूओ पर हो रहे अत्याचार के विरोध मे आज जहाजपुर मे व्यापारियों व समग्र हिन्दू समाज ने आधे दिन बाजार बंद कर विरोध प्रदर्शन किया और उपखण्ड अधिकारी की अनुपस्थिति में तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया|

ज्ञापन मे बताया की हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश में अनिश्चितता, हिंसा और अराजकता की स्थिति बनी हुयी है, जिस कारण वहाँ रहने वाले हिन्दूओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के समक्ष अपने जान माल की सुरक्षा का गम्भीर संकट पैदा हो गया है। वहां की शेख हसीना सरकार के त्यागपत्र और उनके देश छोड़ने के बाद अन्तरिम सरकार के गठन की प्रक्रिया चल रही है। संकट की इस घड़ी में भारत की जनता एवं सरकार बांग्लादेश के समस्त समाज के साथ एक मित्र के नाते मजबूती से खड़ी है। बांग्लादेश में पिछले कुछ समय में हिन्दू, सिख व अन्य अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थानों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और घरों को भी भारी नुकसान पहुंचाया गया है। हजारों घर, दुकानें आदि कट्टरपंथियों के निशाने पर बने तथा अनेक जिलों में तो शमशान तक तोड़ दिए गए। मंदिर और गुरुद्वारों को भी भारी क्षति पहुंचाई गयी है। बांगलादेश में शायद ही कोई जिला बचा हो जो अतिवादियों की हिंसा व आतंक का निशाना न बना हो| बांग्लादेश में हिंदू जो कभी 32 प्रतिशत थे. अब घटकर 8 प्रतिशत से भी कम बचे हैं और जो बचे हैं वे भी निरन्तर उत्पीड़न के शिकार हो रहे हैं।

बांग्लादेश में हिंदूओं के घर, मकान, दुकान, ऑफिस, व्यवसायिक प्रतिष्ठान व महिलाएं, बच्चे व उनकी आस्था व विश्वास के केन्द्र मन्दिर व गुरुद्वारे तक सुरक्षित नहीं है। कहा जा सकता है कि वहां पीड़ित अल्पसंख्यकों की स्थिति अत्यन्त चिंतनीय होती जा रही है। बांग्लादेश में मानवाधिकारों की बलात हत्या की जा रही है, ऐसे में विश्व समुदाय की यह जिम्मेवारी है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा व मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रभावी कार्यवाही करें। सनातनी वर्ग के सहिष्णु स्वभाव रखने से समय-समय पर जान, माल, धर्मान्तरण आदि रूप से प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष एवं दूरगामी नुकसान जग जाहिर है। भारत की सनातनी जनता और सरकार इस परिस्थिति में आंखे मूँद कर नहीं रह सकते। भारत देश ने समय समय पर विश्व भर के उत्पीड़ित एवं शोषित वर्ग व समाज की सहायता कर मानवता की मिसाल प्रकट की है|

इस दौरान संतराम महाराज, रतन सुवालका, शशिकान्त पत्रिया, ओम सोनी,दिनेश पत्रिया,कैलाश टेपण,ललित पारिक,मनिष जैन,जगदीश नागौरी,धनश्याम नागौरी,गोकुल खटीक,नोरत साहू,राकेश पत्रिया,दिनेश उपाध्याय,महावीर मालू,जितेन्द्र मीणा, आदि सहित सैकडौ व्यापारिय व विभिन्न संघटनो के लोग शामिल हुए|

नीलेश्वर महादेव मंदिर का मुद्दा भी उठा

इस ज्ञापन के साथ साथ युवाओं ने नीलेश्वर महादेव को लेकर आवाज उठाई युवाओं के जोश को देखते हुए थोड़ी देर उपखंड कार्यालय के बाहर माहौल बिगड़ा उसके बाद तहसीलदार रवि मीणा की ओर से आने वाली 16 तारीख को नीलेश्वर महादेव मंदिर के यहां पर मौका मुआयना करके मंदिर निर्माण में आ रही बाधा को दूर करने का आश्वासन दिया तब जाकर युवा शांत हुए

ज्ञात हो की नीलेश्वर महादेव मंदिर को लेकर जहाजपुर के युवाओं ने पहले भी दो से तीन बार ज्ञापन देकर प्रशासन को अवगत कराया पर प्रशासन की ओर से आज तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर युवाओं के गुस्से का सामना प्रशासन को करना पड़ा ।

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