शाहपुरा एवं भीलवाड़ा जिले के पेंशनर्स का जिला सम्मेलन नवग्रह आश्रम में हुआ संपन्न
शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी । भीलवाड़ा और शाहपुरा जिले के पेंशनर्स समाज का वार्षिक अधिवेशन पेंशनर्स डे की पूर्व संध्या पर रायला के पास मोती बोरखेड़ा स्थित नवग्रह आश्रम में संपन्न हुआ। इस आयोजन में 75 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ पेंशनर्स और भामाशाहों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में पेंशनर्स ने अपनी चिंताओं और समस्याओं को मंचासीन अतिथियों के समक्ष रखा, जिन पर जनप्रतिनिधियों ने उचित समाधान का आश्वासन दिया। कार्यक्रम का समापन पेंशनर्स समाज के योगदान की सराहना और उनके हितों की रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता के साथ हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता शाहपुरा के जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत और राजस्थान पेंशनर्स समाज के प्रदेशाध्यक्ष शंकर सिंह मनोहर ने की। उनके साथ उपाध्यक्ष अशोक चंदेल और भीलवाड़ा जिला अध्यक्ष निर्मल कुमार जैन (सेवानिवृत्त आईएएस) भी उपस्थित रहे। समारोह में शाहपुरा कोषाधिकारी रेखा शर्मा, भीलवाड़ा कोषाधिकारी टीना, पेंशनर समाज के जिला व प्रदेश पदाधिकारी मोजूद रहे।
राजस्थान निर्माण में पेंशनर्स का योगदान
जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पेंशनर्स के पास लंबा अनुभव है, उसका लाभ समाज व राष्ट्र को मिलना चाहिए। पेंशनर्स समाज ने राजस्थान को वर्तमान स्वरूप देने में अहम भूमिका निभाई है। जिला कलेक्टर ने कहा कि पेंशनर्स को राज्य की नीतियों का ज्ञान होता है, उसका लाभ राज्य को मिलना चाहिए। पेंशनर्स को अपना अनुभव समाज में बांटना चाहिए। उन्होंने कहा, आजादी के बाद के 75 वर्षों में पेंशनर्स ने अपने सेवाकाल के दौरान राज्य को अग्रणी बनाने में योगदान दिया है। उन्होंने पेंशनर्स समाज को वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों का प्रेरणा स्रोत बताया।
पेंशनर्स के अनुभवों से सीखने का आह्वान
नवग्रह आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष वैद्य हंसराज चैधरी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए पेंशनर्स के अनुभवों को समाज और राष्ट्र निर्माण में उपयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, अगर किसी 70 वर्षीय बुजुर्ग को अपने अधिकारों के लिए पुलिस या अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाना पड़े, तो यह हमारी व्यवस्था की विफलता है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को तकनीकी ज्ञान वरिष्ठ जनों को देना चाहिए तथा युवाओं को उनके अनुभव साक्षा करने चाहिए। उन्होंने कहा कि पेंशनर्स वह समाज है, जिसने अपने सेवाकाल में राजस्थान के विकास में योगदान दिया। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार पेंशनर्स की चिंताओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पेंशनर्स की समस्याओं का समाधान
राजस्थान पेंशनर्स समाज के प्रदेशाध्यक्ष शंकर सिंह मनोहर ने अपने संबोधन में कहा कि पेंशनर्स को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन उन्हें निराश नहीं होना चाहिए। जिला अधिवेशन में उपस्थित कोषाधिकारी, बैंक अधिकारी, आरजीएचएस और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने पेंशनर्स की समस्याओं का समाधान किया। उन्होंने ताजा निर्देशों की जानकारी देते हुए कहा कि पेंषनर्स की समस्याओं का समाधान शीध्र कराया जायेगा।
सिंगल विंडो सिस्टम की मांग
जिला अध्यक्ष निर्मल कुमार जैन ने कहा कि पेंशनर्स को राज्य सरकार की योजनाओं का समय पर लाभ दिलाने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया जाना चाहिए। जैन ने कहा कि अब पेंषनर्स मिलकर संगठित होकर समस्याओं का समाधान करायेगें। भीलवाड़ा में विधायक कोटे से पेंशनर समाज का भवन के लिए स्वीकृति जारी हो चुकी है। उन्होंने विभिन्न समस्याओं का जिक्र करते हुए प्रदेश संगठन से सहयोग की अपेक्षा रखी।
पेंशनर्स डे पर विशेष प्रतिवेदन प्रस्तुत
महामंत्री भूपेंद्र दत्ता ने वर्षभर की गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में भीलवाड़ा और शाहपुरा जिले के लगभग 500 से अधिक पेंशनर्स ने भाग लिया। प्रतिनिधि आसींद, कोटड़ी, रायला, बनेड़ा, मांडल, बिजौलिया, शाहपुरा, मांडलगढ़ और अन्य उपशाखाओं से पहुंचे थे।
सरकार से सहयोग की अपेक्षा
संगठन सचिव राधेश्याम पारीक ने सदस्यों को सरकार और संस्थान के नवीनतम आदेशों की जानकारी दी। उन्होंने पेंशनर्स को आश्वासन दिया कि संगठन उनकी हर समस्या का समाधान कराने के लिए सदैव तत्पर रहेगा।
कार्यक्रम का समापन पेंशनर्स समाज के योगदान की सराहना और उनके हितों की रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता के साथ हुआ।