विधायक लालाराम बैरवा का विरोध थमने का नाम नही ले रहा: शाहपुरा जिला खत्म करने के विरोध में नगर परिषद के पांच पार्षदों ने इस्तीफा देकर संघर्ष समिति को दिया समर्थन

X

शाहपुरा (किशन वैष्णव) राजस्थान में कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए नवसृजित जिलो और संभागो में से भजन लाल सरकार ने 9 जिलो और 3 सभागो को समाप्त कर दिया।जिसमे शाहपुरा जिला भी शामिल था।शाहपुरा जिला निरस्त करने के बाद से लगातार शाहपुरा में राजस्थान सरकार व स्थानीय विधायक लालाराम बैरवा का विरोध थमने का नाम नही ले रहा।करीब 35 दिन से क्रमिक अनशन जारी है।लगातार शाहपुरा के ग्रामीण व शहरी इलाकों के लोगो,सामाजिक संगठनों सहित संस्थाओं द्वारा समर्थन देकर रैली और रोजाना क्रमिक अनशन पर बैठ रहे हैं।जिलेभर से अब जिला संघर्ष समिति व अभिभाषक संस्था को भरपूर समर्थन मिल रहा है।वही अलग अलग सामाजिक संगठनों,संस्थाओ व ग्रामिक इलाको शहरी लोगो द्वारा लगातार विरोध दर्ज कराते हुए एसडीएम को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर जिला समाप्त के आदेश को बहाल करने की मांग कर रहे हैं।वही बुधवार को नगर परिषद शाहपुरा के पांच पार्षदों ने शाहपुरा जिला को समाप्त करने की विरोध में जिला बचाओ संघर्ष समिति के समर्थन में चल रहे आंदोलन में त्रिमूर्ति चौराहे से रैली निकालकर धरना स्थल पर पहुंचकर पार्षद पद से पांच पार्षदो ने त्यागपत्र दिया।शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा उपखंड कार्यालय शाहपुरा के बाहर क्रमिक अनशन धरने पर जेबीआर ग्रुप बलाई समाज के सदस्य अध्यक्ष रामरतन बलाई डाबला के नेतृत्व में शाहपुरा को यथावत जिला बनाये रखने की मांग करते हुए जिला बचाओ संघर्ष समिति के समर्थन में सैकड़ो की संख्या में जेबीआर ग्रुप बलाई समाज के समाजजन शिवराज मेघवंशी राम रतन मेघवंशी प्रहलाद मेघवंशी जगदीश हेमराज गोवर्धन कालू लाल बलाई मदनलाल कन्हैयालाल राजू लाल शिवराज मेघवंशी खामोर सारांश एवं बनेड़ा क्षेत्र के डाबला भटेडा गांवो के सदस्य क्रमिक अनशन धरने पर बैठे और उपखंड अधिकारी को राज्यपाल के नाम शाहपुर जिले को बहाल करने का ज्ञापन दिया । जेबीआर ग्रुप बलाई समाज के सदस्यों का जिला बचाओ संघर्ष समिति संयोजक राम प्रसाद जाट , महासचिव कमलेश मुंडेतिया अधिवक्ता कल्याण मल धाकड़ मोहम्मद शरीफ संघर्ष समिति सदस्य सूर्य प्रकाश ओझा पंकज पाराशर राजमल शर्मा राजेंद्र खटीक महावीर बैरवा सहित अधिवक्ताओं ने माला पहनाकर स्वागत किया ।

सभी वक्ताओं ने शाहपुरा को जिले का दर्जा देने की मांग की और शाहपुरा जिले को समाप्त करने का विरोध किया। संघर्ष समिति के महासचिव एवं अभिभाषक संस्था के सह सचिव कमलेश मुंडेतिया ने बताया कि अधिक़्ताओं ने 2 जनवरी से निरंतर न्यायालय में न्यायिक कार्य का बहिष्कार कर रखा है । सामाजिक संगठनों का लगातार समर्थन मिल रहा हैं आज जाट समाज शाहपुरा के समाज जनों ने धरना स्थल पर पहुंचकर जिला बचाओ संघर्ष समिति शाहपुरा को लिखित समर्थन पत्र सौंप कर सहयोग देने का आश्वासन दिया।कल 6 फरवरी को क्षत्रिय राजपूत समाज के सदस्य क्रमिक अनशन धरने पर बैठेंगे।

Next Story