भव्य रामकथा:मनुष्य को उसके कर्तव्यों का बोध कराती है रामकथा– महाराज रामझूलन दास
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शाहपुरा (किशन वैष्णव) बीलिया गाँव में नवनिर्मित मन्दिर (दादू द्वारा)में भगवान श्री गणेश जी महाराज हनुमान जी महाराज और दादू वाणी की स्थापना(प्राण-प्रतिष्ठा) निमित्त एक कुंडीय यज्ञ का आरंभ मिति माघ सुदी तेरस सोमवार से हुआ।
प्रथम दिवस 108 मंगल कलश बालाजी मंदिर स्कूल का खेड़ा से होते डीजे के साथ नवीन मूर्तियों और संत श्री रामदास जी महाराज दादू द्वारा सरदार नगर के जूलस के साथ यज्ञ स्थल पर पहुंचा। इसके साथ ही यज्ञ में अग्नि स्थापना हुई। उक्त कार्यक्रम में कथा वाचक और दादू संप्रदाय के प्रसिद्ध संत महंत श्री रामझूलन दास जी महाराज के श्रीमुख से रामकथा प्रतिदिन सांय 7:15 बजे से की जा रही है। जिसमें अब तक शिव विवाह और रामजन्म का प्रसंग सुनाया गया। उन्होंने कथा में माता सती के बारे में बताया माता सती ने अभिमान में कूंभज ऋषि से श्री राम की कथा नहीं सुनी और श्री राम पर संदेह किया.इसके बाद माता सती बिना बुलाए अपने पिता के यज्ञ में गईं।उन्होंने कहा की मनुष्य को उसके कर्तव्यों का बोध कराती है रामकथा।कथा आसपास के गांवों से भी रामभक्त कथा सुनने आ रहे हैं। कथा में खासकर महिलाओं का उत्साह झलक रहा है कथा में इतना आनंद आ रहा है कि समय 11बजे निर्धारित करने पर भी कब 12 से एक बज जाती है पता ही नहीं चलता है।
मूर्तियों का यज्ञाचार्य श्री पवन शर्मा द्वारा विधि विधान से अधिवास किया जा रहा है साथ ही विधिवत यज्ञ कर्म किया जा रहा है भक्तों में यज्ञ में बैठने की ऐसी होड़ है यज्ञ स्थल छोटा पड़ रहा है। भक्तों द्वारा चेतन दास जी महाराज की आज्ञा से प्रतिदिन बारह घंटे का राम नाम यज्ञ(रामधूनी) की जा रही है।
यह आयोजन संत श्री रामदास जी महाराज दादू द्वारा सरदारनगर के परम पावन सानिध्य में किया जा रहा है। जिसकी पूर्णाहुति मिति फाल्गुन बुदी तीज बुधवार दिनाँक 15 फरवरी 2025 को होगी। जिसमें दादू सम्प्रदाय की प्रधान पीठ के पीठाधीश्वर आचार्य श्री ओमप्रकाश दास महाराज नरेना (जयपुर) भैराणा पीठ के महंत श्री गोवर्धन दास जी महाराज सहित दादू संप्रदाय और आसपास के प्रमुख संतो का आगमन होगा। पूर्णाहुति के दिवस 108 प्रभात मंडलियों के साथ संतो का बैंड-बाजे के साथ नगर भ्रमण होगा।उसके पश्चात संतो के श्रीमुख प्रवचन होगा। दोपहर 3:00 बजे से महाप्रसाद होगा।