जहाजपुर में तनाव के बीच नाचते-गाते श्रद्धालुओं ने गणपति को किया विदा
भीलवाड़ा। शाहपुर जिले के जहाजपुर कस्बे में सांप्रदायिक तनाव के चौथे दिन धूमधाम से गणपति की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। हालांकि कस्बे के बाजार मंगलवार को भी नहीं खुले, मगर गणपति प्रतिमाओं की शोभायात्रा के दौरान कस्बे बप्पा के जयकारें गूंजने लगे। इस बीच विसर्जन कार्यक्रम और तनाव के हालात को देखते हुए पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा के नेतृत्व में एसटीएफ, आरएसी और हाड़ी रानी बटालियन की तीन कंपनियों की तैनाती कस्बे में विभिन्न क्षेत्रों में की गई।
डीजे बजा, उडी गुलाल
जहाजपुर कस्बे में जलझूलनी एकादशी पर बेवाण यात्रा के दौरान पथराव के बाद सांप्रदायिक तानाव व्याप्त हो गया था। लेकिन मंगलवार को अनंत चुतर्दशी पर गणपति प्रतिमाओं का धूमधाम से विसर्जन किया गया। शोभायात्रा के दौरान भक्तों ने गुलाल भी उड़ाई तो जमकर नाचे भी। इस दौरान बड़ी संख्या में कस्बे सहित आस-पास के महिला पुरुष भी यात्रा में शामिल हुए।
बनास नदी में किया विसर्जन
गणेश चतुर्थी के दिन शुरू हुआ दस दिवसीय महोत्सव मंगलवार को तनाव के बीच समाप्त हुआ, लेकिन अंतिम दिन शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। कस्बे में कई जगहों पर पांडाल सजाकर गणपति की प्रतिमाओं को स्थापित किया गया था। अनंत चतुर्दशी पर कस्बे के विराजित की गई प्रतिमाओं को शोभायात्रा के साथ धूमधाम से नाचते-गाते बनास नदी ले जाया गया, जहां विधि विधान से गणपति जी का पूजन कर विजर्सन किया या। माहौल को देखते हुए पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा, बीते दिनों के हालात देखते हुए किसी अप्रिय घटना से बचाव के लिए जगह-जगह पुलिस जाब्ता तैनात किया गया।