सामाजिक एकता की मिसाल- शाहपुरा में 47 जोड़ों का सामूहिक विवाह

सामाजिक एकता की मिसाल- शाहपुरा में 47 जोड़ों का सामूहिक विवाह
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शाहपुरा (मूलचन्द पेसवानी) । शाहपुरा में कायमखानी समाज द्वारा आयोजित बहुप्रतीक्षित नवां वार्षिक विवाह सम्मेलन रविवार को चिश्ती ग्राउंड में बड़े धूमधाम, उल्लास और गरिमामय माहौल में सम्पन्न हुआ। समाज की इस अनूठी परंपरा में इस वर्ष विभिन्न क्षेत्रों से आए 47 नवदंपत्तियों का निकाह शरीयत और पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार कराया गया। सामूहिक विवाह सम्मेलन सामाजिक एकता, सादगी और परंपरागत मूल्यों की मिसाल बनकर उभरा।

विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ आयोजन--

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अजमेर के हाजी उस्मान खां थे। उनके साथ शाहपुरा के पूर्व पालिका अध्यक्ष कन्हैयालाल धाकड़, नगर कांग्रेस अध्यक्ष बालमुकंद तोषनीवाल, सीसीबी के पूर्व चेयरमैन भंवरू खाँ, समाजसेवी धन्ने खाँ, नरेश व्यास सहित नगर के जनप्रतिनिधि और सोसायटी के मोहतबीर लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे। सभी की उपस्थिति ने समारोह की शोभा में चारदृचाँद लगा दिए।

शहर काजी ने कराई निकाह की रस्में--

समारोह में शहर काजी सैयद शराफत अली ने 47 जोड़ों का निकाह संपन्न करवाया। इस दौरान मौलाना मुमताज ने इस्लामिक परंपराओं, सामाजिक संस्कारों और कौम की विरासत पर प्रकाश डालते हुए निकाह की महत्ता बताई। उनकी प्रेरक वाणी से वातावरण आध्यात्मिकता और संस्कारों से सराबोर हो उठा।

परंपराओं से सजा चिश्ती ग्राउंड--

समारोह स्थल को कायमखानी समाज की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं के अनुरूप आकर्षक तरीके से सजाया गया। रंग-बिरंगी रोशनियों, स्वागत द्वारों और सांस्कृतिक प्रतीकों ने चिश्ती ग्राउंड को उत्सव स्थल में बदल दिया। हजारों समाजबंधुओं की मौजूदगी और तालियों की गूंज ने पूरे आयोजन को जीवंत और यादगार बना दिया।

समाज एकजुटता का संदेश--

समाज के अध्यक्ष उमेद कायमखानी ने बताया कि इस सम्मेलन का उद्देश्य नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति, परंपराओं और सामाजिक मूल्यों से जोड़ना है। साथ ही समाज में आपसी मेलजोल, सादगी और एकजुटता को बढ़ावा देना भी इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह जैसी व्यवस्थाएँ समाज को मजबूत धागे में पिरोती हैं और सामाजिक ताने-बाने को मजबूती देती हैं।

दुआओं संग दी नई राह की शुरुआत-

निकाह के बाद समाज के सरदारों, बुजुर्गों और गणमान्य व्यक्तियों ने सभी 47 नवविवाहित जोड़ों को दुआएं और आशीर्वाद दिया। दूल्हा-दुल्हन के चेहरों पर नई जिंदगी की चमक और मासूम खुशी देखते ही बन रही थी। मंच पर नवदंपत्तियों को उपहार और शुभकामनाएँ प्रदान की गईं।

दुआओं और भावुक पलों ने सम्मेलन के वातावरण को और अधिक पावन, भावुक और खुशनुमा बना दिया।

ऐतिहासिक सम्मेलन बताया-

आयोजन समिति की ओर से हाजी शौकत खाँ कायमखानी ने सभी अतिथियों, समाजबंधुओं और सहयोगियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि दूर-दूर से पहुंचे समाज के लोगों का उत्साह और समर्थन इस सम्मेलन को शाहपुरा और कायमखानी समाजकृदोनों के लिए ऐतिहासिक बनाता है।

सामूहिकता का अनूठा उदाहरण-

हजारों लोगों की उपस्थिति और 47 जोड़ों का एक ही मंच पर निकाह, क्षेत्र में सामाजिक सद्भाव, परंपराओं के संरक्षण और सामूहिक संस्कृति का अद्वितीय उदाहरण बना। यह सम्मेलन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत और समाज की एकजुटता का प्रमाण बनकर याद किया जाएगा।

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