भामाशाह प्रेमचंद सेन का सम्मान, धर्मशाला विकास हेतु दिया ₹1,11,000 का सहयोग

शाहपुरा-पेसवानी। धनोप माताजी के पावन स्थल पर चारों चोकला सेन समाज धर्मशाला में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भामाशाह श्री प्रेमचंद जी सेन (हियालिया) का भव्य स्वागत एवं सम्मान किया गया। इस अवसर पर भामाशाह सेन ने धर्मशाला के मुख्य बाउंड्री वॉल व प्रवेश द्वार निर्माण हेतु ₹1,11,000 (अक्षरशः एक लाख ग्यारह हजार रुपए) की कैश सहयोग राशि कमेटी को प्रदान की।
कार्यक्रम के दौरान हरियाली अमावस्या के पावन अवसर पर भामाशाह प्रेमचंद जी सेन के करकमलों द्वारा धर्मशाला परिसर में पौधारोपण भी किया गया। पर्यावरण संरक्षण के इस पुनीत कार्य से समाज के सभी वर्गों को प्रेरणा मिली।
तत्पश्चात कार्यक्रम में धर्मशाला कमेटी द्वारा प्रेमचंद सेन का माल्यार्पण व साफा पहनाकर आत्मीय स्वागत किया गया। इसके साथ ही दूर-दराज से पधारे अतिथियों का भी सम्मानपूर्वक स्वागत हुआ। समाज के स्वर्गीय अध्यक्ष कालूराम सेन को भी इस अवसर पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उपस्थित सभी समाजबंधुओं ने उनके योगदान को याद किया और उनकी स्मृति में भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के अंत में सभी समाजबंधुओं ने एक साथ बैठकर भोजन प्रसादी ग्रहण की।
इस कार्यक्रम में विजयनगर से सत्यनारायण सेन, संपतलाल सेन, महावीर सेन, प्रवीण सेन, गुलाबपुरा से महावीर सेन, संपतलाल सेन, धामनिया से रामस्वरूप सेन, शाहपुरा से दिनेश सेन, तेजपाल सेन, रामगोपाल सेन, दुर्गा सेन, बजरंग सेन, शंकरलाल सेन, कुलदीप सेन, प्रह्लाद सेन, तथा शिवराज, ससत्यनारायण, शिवजी, दिलखुश, जगदीश, देवराज, धर्मी आदि गणमान्य समाजबंधु उपस्थित रहे। समाजजनों ने भामाशाह के इस योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनके इस प्रयास से समाज को न केवल आर्थिक बल मिला है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी धरोहर भी सृजित हुई है।