शाहपुरा में भाजपा कार्यकर्ताओंका होली स्नेह मिलन

शाहपुरा (पेसवानी), विधानसभा क्षेत्र शाहपुरा-बनेड़ा के नगर मंडल शाहपुरा में आज भाजपा कार्यकर्ताओं ने होली के पावन पर्व के अवसर पर एक स्नेह मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन विधायक कार्यालय में हुआ, जिसमें क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं ने बड़ी धूमधाम से हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में विधायक डॉ. लालाराम बैरवा भी विशेष रूप से मौजूद रहे। उनके साथ क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों ने रंग-गुलाल के साथ होली मनाई और एक दूसरे को होली की शुभकामनाएँ दीं। यह आयोजन भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच आपसी स्नेह और एकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
विधायक डॉ. लालाराम बैरवा ने इस अवसर पर उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं से संबोधित करते हुए कहा, "होली का पर्व रंगों के साथ-साथ एकता, भाईचारे और सामूहिक उत्सव का प्रतीक है। हमें इस दिन अपने मतभेदों को भुलाकर सभी के साथ मिलकर इस पर्व को मनाना चाहिए।" विधायक ने यह भी कहा कि होली हमें एकता और सामाजिक सौहार्द का संदेश देती है, और इस प्रकार के आयोजन समाज में प्रेम और एकजुटता को बढ़ावा देते हैं।
कार्यक्रम के दौरान सभी कार्यकर्ताओं ने आपस में रंग-गुलाल खेलकर एक दूसरे को होली की बधाई दी। खास बात यह रही कि बनेड़ा से आए हुए भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ भी होली खेली गई और उन्हें भी रंग लगाकर खुशी साझा की गई। साथ ही इस अवसर पर होली के पारंपरिक गीतों की धुन पर कार्यकर्ताओं ने नृत्य भी किया, जिससे माहौल और भी खुशनुमा हो गया।
भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित इस स्नेह मिलन कार्यक्रम ने शाहपुरा नगर मंडल में एकता और सामूहिक उत्सव का संदेश दिया। होली के रंगों के बीच कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे के साथ अपनापन महसूस किया और यह आयोजन भाजपा के भीतर की सजीवता और उत्साही भावना को प्रदर्शित करने वाला रहा।
कार्यक्रम के अंत में भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे से मिलकर आगामी चुनावों में पार्टी की जीत के लिए भी संकल्प लिया और भाजपा के मिशन को पूरा करने के लिए अपने दृढ़ निश्चय को दोहराया। कार्यकर्ताओं ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन पार्टी की एकजुटता और क्षेत्र में भाजपा के नेतृत्व को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
शाहपुरा में होली के इस खास आयोजन ने यह साबित कर दिया कि पर्वों का महत्व सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनैतिक दृष्टि से भी बहुत अधिक है। इस प्रकार के आयोजनों से ना केवल लोग एक-दूसरे के करीब आते हैं, बल्कि समाज में सद्भाव और सौहार्द की भावना भी प्रगट होती है।