BSE बोर्ड परीक्षा में बड़ा बदलाव: अब दो साल तक पढ़ाई अनिवार्य, नियम हुए सख्त

नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब बोर्ड परीक्षा को दो वर्षीय प्रोग्राम माना जाएगा। यानी किसी भी विषय की परीक्षा देने के लिए छात्र को उस विषय की पढ़ाई लगातार दो साल तक करनी होगी।
छात्र 9वीं–10वीं और 11वीं–12वीं में विषय नहीं बदल सकेंगे।
9वीं–10वीं में पाँच मुख्य और दो अतिरिक्त विषय, जबकि 11वीं–12वीं में पाँच मुख्य और एक अतिरिक्त विषय लेना होगा।
बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए कम से कम 75% उपस्थिति अनिवार्य होगी।
सभी विषयों में आंतरिक मूल्यांकन ज़रूरी रहेगा, अनुपस्थित छात्रों का परिणाम जारी नहीं होगा।
नियम तोड़ने वाले छात्रों को पुनरावृत्ति श्रेणी में रखा जाएगा।
स्कूल बिना CBSE अनुमति के नया विषय नहीं जोड़ पाएंगे।
सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने बताया कि ये बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के अनुरूप हैं, ताकि शिक्षा प्रणाली को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाया जा सके।
