भीलवाड़ा में अनोखी बारात, तालाब के रास्ते सात सजी नावों में पहुंचा दूल्हा

भीलवाड़ा। शादियों में बैंड बाजा, घोड़े और लग्जरी गाड़ियों की बारात अब आम बात हो गई है, लेकिन भीलवाड़ा जिले में एक शादी ने सबका ध्यान खींच लिया। गंगापुर क्षेत्र के लाखोला गांव में दूल्हा सड़क नहीं बल्कि तालाब के रास्ते बारात लेकर निकला। सात सजी धजी नावों के काफिले के साथ दूल्हा जब पानी पर आगे बढ़ा तो नजारा किसी उत्सव से कम नहीं था।

लाखोला गांव में मांगीलाल जाट के पुत्र की शादी में परिवार ने पारंपरिक बारात से हटकर कुछ अलग करने का फैसला किया। इसके तहत सड़क मार्ग की जगह तालाब के रास्ते बारात ले जाई गई। इसके लिए सात नावों को फूल मालाओं, रंगीन लाइटों, गुब्बारों और पारंपरिक सजावट से आकर्षक रूप दिया गया। नावों के पानी में उतरते ही पूरा माहौल उत्सव में बदल गया।

यह नाव बारात तालाब के जरिए करीब पांच किलोमीटर का सफर तय कर बगैरा गांव पहुंची, जहां दुल्हन के पिता रमेश जाट का घर है। पूरे रास्ते डीजे की धुनों पर बाराती नाचते गाते रहे। पानी की लहरों के बीच संगीत और उल्लास ने इस सफर को और यादगार बना दिया।
नावों के काफिले में सबसे आगे दूल्हे की नाव रखी गई थी। उसके पीछे बाराती अलग अलग नावों में सवार होकर आगे बढ़ते रहे। तालाब के दोनों किनारों पर यह नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। कई लोगों के लिए यह पहला मौका था जब उन्होंने पानी के रास्ते निकली बारात देखी।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पहले हेलीकॉप्टर से बारात जाने की बातें जरूर सुनी थीं, लेकिन तालाब के बीच नावों में सजी यह बारात इलाके में पहली बार देखने को मिली। यह अनोखी शादी अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
