ग्रामीणों के बीच जमीन पर कलक्टर ने लगाई चौपाल, सुनी समस्या, दिए निर्देश

ग्रामीणों के बीच जमीन पर कलक्टर ने लगाई चौपाल, सुनी समस्या, दिए निर्देश
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पारोली। ठेठ गांव में बैठे लोग छोटी-मोटी समस्याओं को लेकर दफ्तरों तक नहीं पहुंच पाते। दिन में खेतों में काम कर रहे होते हैं। इसलिए रात में आपकी समस्याएं सुनने के लिए रात्रि चौपाल का आयोजन किया गया है। शाहपुरा जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने यह बात कोटड़ी ब्लॉक के छापड़ेल में गुरुवार रात को रात्रि चौपाल में जनसुनवाई के दौरान कही है। छापडे़ल के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में जिला कलेक्टर ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ आमजन की परिवेदनाएं सुनी।

रात्रि चौपाल में कृषि, बिजली, पेयजल, चिकित्सा, पशुपालन, आईसीडीएस, सामाजिक अधिकारिता, शिक्षा विभाग, पंचायतीराज सहित सभी विभागों के अधिकारियों ने विभागीय योजनाओं के बारे में ग्रामीणों को बताया तथा प्राप्त आवेदन पत्रों पर त्वरित कार्रवाई की बात कही है।सीबीईओ सत्यनारायण शास्त्री ने 1 जुलाई से विद्यालयों में नव प्रवेश तथा शिक्षा विभाग द्वारा छात्रों को दी जाने वाली सुविधाओं और योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। जिला कलेक्टर शेखावत ने बताया कि सरकार ग्रामीणों की हर समस्याओं के प्रति गंभीर है तथा हर संभावित समस्याओं के त्वरित निराकरण के प्रयास सुनिश्चित होंगे।

जमीन पर कलेक्टर और एसपी को अपने बीच बैठे देखकर ग्रामीण खुश हो उठे। जिला कलेक्टर की सादगी लोगों को खूब रास आयी। ग्रामीणों ने अधिकतर पेयजल और विद्युत सप्लाई को लेकर परिवेदनाएं दी, उन्होंने बताया कि अंतिम घरों में पानी नहीं पहुंच पाता। जिला कलेक्टर ने चंबल परियोजना के एक्सईएन और जेईएन को इसकी जांच कर तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए तथा जिला कलेक्टर ने कहा कि कोई भी घर पेयजल से वंचित नहीं रहना चाहिए, जरूरत हो तो पानी सप्लाई के समय में वृद्धि करें।

ग्रामीणों ने अतिक्रमण हटाने, खेतों का रास्ता दुरुस्त करवाने सहित पालनहार योजना का लाभ लेने तथा शौचालय बनवाए जाने सहित कई मांगे रखी। चौपाल में पहुंचे पारोली भाजपा मंडल अध्यक्ष अशोक शर्मा को देखते ही कलेक्टर एसडीएम की ओर देखकर बोले बजरी और गार्नेट पर कार्रवाई का क्या हुआ?

मामले को लेकर कलेक्टर ने 7 दिन में समुचित कार्रवाई के निर्देश उपखंड अधिकारी और तहसीलदार को दिए हैं, विदित रहे कोटड़ी तहसीलदार के गार्नेट प्लांट के दौरे तथा बैरंग कार्रवाई किये बगैर गुपचुप वापसी की इन दिनों लोगों मे खासी चर्चा है। मोंडियाखेड़ा के बेरवा बस्ती के लोगों ने बस्ती को आबादी क्षेत्र में तब्दील करवाने , पीने के पानी की परेशानी को लेकर अवगत कराया। जिला कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के वंचित सभी कनेक्शन पूर्ण करने तथा पाइपलाइन का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। वंचित ढाणियों के लिए रिवाइज्ड प्लान बनाने के निर्देश दिए।

रात्रि चौपाल में एसडीएम , तहसीलदार, बिजली, पेयजल ,चंबल परियोजना , स्थानीय सरपंच सहित सभी जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी और ग्रामीण मौजूद रहे। चौपाल के अंत में जिला कलेक्टर ने मौजूद ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया तथा ग्रामीणों को एक-एक पेड़ लगाने का संकल्प दिलाया।

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