जहाजपुर राजकीय महाविद्यालय में मानवाधिकार व SIR पर विशिष्ट व्याख्यान के साथ मनाया गया बाल दिवस

जहाजपुर (मोहम्मद आज़ाद नेब) राजकीय महाविद्यालय में शुक्रवार को बाल दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। महिला प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम से हुई। प्राचार्य डॉ. शिखा जगरवाल ने मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) श्री राजकेश मीणा ने की। उन्होंने विद्यार्थियों को वंदे मातरम के महत्व, बाल दिवस के ऐतिहासिक पहलू और मतदाता द्वारा स्वयं SIR गणना प्रपत्र ऑनलाइन भरने की सरल प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया।
मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (ADM) श्री चंद्र प्रकाश रैगर ने छात्र-छात्राओं को देश का भविष्य बताते हुए मानवाधिकारों, दहेज निषेध अधिनियम 1986 और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुप्रथाओं को रोकने पर जोर दिया। उन्होंने अपने जीवन के प्रेरणादायक अनुभव साझा करते हुए युवाओं को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में नरेश कुमार सेवालिया (सहायक आचार्य अंग्रेजी) ने राष्ट्रगीत वंदे मातरम के महत्व, उसके उद्देश्यों और इसे पढ़ते/गाते समय ध्यान रखने योग्य शिष्टाचार के बारे में जानकारी दी। बनवारीलाल वर्मा (सहायक आचार्य उर्दू) ने भी वंदे मातरम् पर महत्वपूर्ण तथ्य साझा किए।
इसके साथ ही मनीषा यादव ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के व्यक्तित्व, विचारधारा और उनके अमूल्य योगदान से विद्यार्थियों को अवगत कराया।
कार्यक्रम का समापन सुनीता देवी मीणा द्वारा आभार ज्ञापन के साथ हुआ। इस अवसर पर निरमा बैरवा, प्रेरणा दाधीच, कमल कुमार, हेमंत लोढ़ा सहित महाविद्यालय परिवार के कई सदस्य उपस्थित रहे।
