समता आंदोलन समिति के विवादित बयान के विरोध में मीणा समाज ने दिया ज्ञापन, राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग

समता आंदोलन समिति के विवादित बयान के विरोध में मीणा समाज ने दिया ज्ञापन, राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग
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जहाजपुर (मोहम्मद आज़ाद नेब) सवाई मानसिंह अस्पताल, जयपुर में कार्यरत मीणा समाज के मेडिकल अधिकारियों और कर्मचारियों को "आतंकी" कहे जाने के विरोध में मीणा समाज उग्र हो गया है। समता आंदोलन समिति के खिलाफ मंगलवार को मीणा समाज विकास संस्थान के बैनर तले अध्यक्ष श्योजी राम मीणा के नेतृत्व में अधिकारियों और कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन कर उपखंड अधिकारी राजकेश मीणा को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में बताया गया कि समता आंदोलन समिति, जो पूर्व न्यायाधीश पानाचन्द जैन, करण सिंह राठौड़ और पूर्व आईएएस अधिकारी भागीरथ शर्मा के संरक्षण में संचालित है, द्वारा 1 अगस्त 2025 को स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर सवाई मानसिंह अस्पताल को "आतंकमुक्त" करने की मांग करते हुए मीणा समाज के कर्मचारियों को "आतंकी" बताया गया है। मीणा समाज ने इस बयान को संविधान विरोधी, सामाजिक वैमनस्य फैलाने वाला और राष्ट्रीय एकता पर सीधा प्रहार बताया है। ज्ञापन में कहा गया कि भारत में आज़ादी के बाद से नियुक्तियां संवैधानिक प्रावधानों के तहत होती आई हैं, और ऐसे में किसी एक जाति विशेष को इस तरह निशाना बनाना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।

मीणा समाज ने यह भी आरोप लगाया कि समता आंदोलन समिति के संरक्षक पदों पर रहते हुए संविधान की शपथ ले चुके हैं, इसके बावजूद इस प्रकार का जातिगत भेदभाव और घृणा फैलाना गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने मांग की कि समता आंदोलन समिति के प्रमुख पाराशर नारायण शर्मा के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए। ज्ञापन में चेतावनी दी गई कि यदि सरकार द्वारा दोषियों के विरुद्ध समुचित कार्रवाई नहीं की गई, तो मीणा समाज इसे सरकारी संरक्षण मानते हुए अपनी राजनीतिक भूमिका की नई रणनीति तय करने के लिए बाध्य होगा।

इस दौरान रामजस मीणा, किशन लाल मीणा, मोहित मीणा, बाबू लाल, संत कुमार छोटू लाल, सुनीता मीना, अनिता मीना, शिमला मीना, चंद्रकला मीना सहित कई अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।

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