कृषि विभाग द्वारा मक्का फसल में इल्ली का निरीक्षण कर किसानों को दी जानकारी

कृषि विभाग द्वारा मक्का फसल में इल्ली का निरीक्षण कर किसानों को दी जानकारी
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बड़लियास (रोशन वैष्णव)

बेगू के पारसोली क्षेत्र में इस वर्ष खरीफ सीजन में क्षेत्र के किसानों द्वारा मुख्य फसल के रूप में मक्का की बुवाई की है। क्षेत्र में फोल आर्मी वर्म नामक कीट का प्रकोप इस समय मक्का फसल चल रहा है । यह कीट मक्का फसल में बहुत अधिक नुकसान पहुंचता है। इसलिए क्षेत्र के सभी मक्का उत्पादक किसानों को कृषि विभाग की ओर से कीट नियंत्रित करने के लिए सलाह दी जाती है की सभी किसान अपनी फसल का निरीक्षण करते रहे यदि फसल में इल्ली प्रकोप दिखाई दे तो कीट के नियंत्रण के लिए रात्रि के समय 3-4 लाइट ट्रैप खेत में लगावे। साथ ही कीट नियंत्रण के लिए 15 से 20 फेरोमोन ट्रैप प्रति हेक्टर की दर से लगावे। इस कीट के जैविक नियंत्रण के लिए बेसिलस थुरिजियेन्सिस - 2 किग्रा प्रति हेक्टेयर की दर से 500 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।या एनपीवी- 250 को 2 मि.ली. प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें ।या एजेडिरेक्टिन 1500 पीपीएम का 5 मि.ली. प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें। इस कीट के रासायनिक नियंत्रण के लिए दवाई के रूप में साइपरमेथिन-3%+क्यूनालफोस 20 % ईसी दवा का 1.25 लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से या ऐसीफेट 45% +साइपरमेथिन 5% डीएफ का 1.25 लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से या इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी 200 ग्राम प्रति हेक्टर की दर से या स्पाइनोसेड 45%एससी का 165 मि.ली. प्रति हेक्टर की दर से500 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करने पर इस किट का नियंत्रण किया जा सकता है आवश्यकता पड़ने पर किसान उपरोक्त में से कोई भी एक दवाई का दोबारा 15 दिन बाद छिड़काव करें।

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