सामाजिक संगठनों की पहल से शक्करगढ़ थाने में रोकी गई मध्यप्रदेश की महिला रिहा

सामाजिक संगठनों की पहल से शक्करगढ़ थाने में रोकी गई मध्यप्रदेश की महिला रिहा
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शाहपुरा-राजेन्द्र खटीक।जहाजपुर-जहाजपुर तहसील के शक्करगढ़ थाना क्षेत्र में मध्यप्रदेश की बिन्दिया आदिवासी भील समाज की महिला जो गलत लोगो के सम्पर्क में आने से राजस्थान में आ गई थी।बिन्दिया के पति प्रकाश ने बताया कि हम गरीब लोग है कुछ लोग इनको राजस्थान में काम के लिए लेके आये वो लोग इस महिला को यहा लाकर कुछ पेसो के लिए जहाजपुर क्षेत्र में बेच गए और बिन्दिया की शादी करवादी जो पहले से शादीशुदा थी व उनके दो छोटे-छोटे बच्चे भी है जहाजपुर में जिनसे शादी करवाई उनका नाम रामपाल सुथार है वह भी एक गरीब परिवार से है उनके साथ भी धोका हुआ है।उन्होंने भी कही से पैसे जुटा कर शादी की थी जबकि उसको पता नही था कि बिन्दिया एक शादीशुदा महिला है।रामलाल जहाजपुर तहसील के बड़ोदा पंचायत का रहने वाला है।जिसको सही जानकारी नही होने के कारण पैसे देकर भी धोका खाया है।जब बिन्दिया के पति प्रकाश को पता चला कि उसकी पत्नी राजस्थान के जहाजपुर तहसील में है तो प्रकाश अपने साथ वकील बिंदु को लेकर आया व शक्करगढ़ थाने पहुचा वहा पर बिन्दिया पर दबाव पड़ने पर उसने गलत बयान दिया व अपने पुर्व पति प्रकाश के साथ जाने से बना कर दिया।फिर वकील बिंदु के साथ पत्रकार राजेन्द्र खटीक के बाइट लेने पर सही बयान दिया व अपने पूर्व पति प्रकाश व अपनी माँ पिरु के साथ चलने के लिए तैयार हुई।जिसमें अम्बेडकर विचार मंच के जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्र घुसर,आजाद समाज पार्टी की महिला तहसील अध्यक्ष लक्ष्मी मीणा, भीम आर्मी तहसील उपाध्यक्ष मनोहर लाल,समाज सेवक राजेन्द्र खटीक, सरपंच मुकेश राव,आजाद समाज पार्टी के विधायक प्रत्याशी भैरू लाल रेगर व वकील बिंदु आदि सदस्य की मौजूदगी में बिन्दिया को ओढ़नी ओढा कर अपने पति प्रकाश व माँ पिरु के साथ मध्यप्रदेश भेजा गया।

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