राजकीय महाविद्यालय में एनएसएस अभिविन्यास कार्यक्रम का समापन, राष्ट्रसेवा का लिया संकल्प

राजकीय महाविद्यालय में एनएसएस अभिविन्यास कार्यक्रम का समापन, राष्ट्रसेवा का लिया संकल्प
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शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी प्रताप सिंह बारहठ राजकीय महाविद्यालय, शाहपुरा में राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस.) की इकाई द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम का समापन बुधवार को उत्साह और ऊर्जा से भरे माहौल में हुआ। कार्यक्रम के अंतिम दिन की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पुष्कर राज मीणा ने की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. मूलचंद खटीक उपस्थित रहे।

प्रो. खटीक ने राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रतीक चिन्ह और ध्येय वाक्य “स्वयं से पहले आप” पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि यह केवल एक नारा नहीं, बल्कि जीवन जीने की दिशा है। उन्होंने कहा कि “राष्ट्र निर्माण में स्वयंसेवकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्वयंसेवक समाज में सेवा, अनुशासन और सहयोग की भावना को जीवित रखते हैं तथा हर व्यक्ति में सामाजिक उत्तरदायित्व की चेतना जगाते हैं।”

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. अनिल कुमार श्रोत्रिय ने “रक्तदान के महत्व” विषय पर प्रेरणादायक व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि रक्तदान केवल दान नहीं, बल्कि मानवता की सर्वोच्च सेवा है। एक यूनिट रक्त तीन जिंदगियों को बचा सकता है, इसलिए हर युवक-युवती को इस पवित्र कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।

महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ. ऋचा अंगिरा ने स्वयंसेवकों को समाजसेवा में सक्रिय रहने और पर्यावरण, स्वच्छता व महिला सशक्तिकरण जैसे अभियानों में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि एन.एस.एस. स्वयंसेवक समाज के वास्तविक परिवर्तनकारी होते हैं, जो छोटी-छोटी पहलों से बड़ा बदलाव लाते हैं।

कार्यक्रम अधिकारी प्रो. तोरण सिंह चैहान ने “साइबर क्राइम एवं डिजिटल सुरक्षा” विषय पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने डिजिटल युग में युवाओं को इंटरनेट और सोशल मीडिया के उपयोग में सावधानी बरतने, व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा करने तथा साइबर अपराधों से बचाव हेतु जागरूक रहने का संदेश दिया।

तीन दिवसीय इस अभिविन्यास कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने विभिन्न सत्रों के माध्यम से राष्ट्रीय सेवा योजना की भावना, उद्देश्य और सामाजिक उत्तरदायित्वों को समझा। कार्यक्रम के अंतिम दिन स्वयंसेवक नगीना मीणा और दिनेश गुर्जर ने अपने तीन दिनों के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण ने उनमें सेवा, नेतृत्व और सामाजिक सरोकारों के प्रति नई ऊर्जा भर दी है।

समापन सत्र के अंत में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हंसराज सोनी ने सभी अतिथियों, वक्ताओं एवं स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभिविन्यास शिविर युवाओं को केवल जागरूक ही नहीं करते, बल्कि उन्हें देश और समाज के लिए समर्पित नागरिक बनने की प्रेरणा देते हैं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एन.एस.एस. स्वयंसेवक, प्राध्यापकगण, विद्यार्थी एवं महाविद्यालय परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।

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