कीचड़ में बदहाल, ग्रामीण परेशान, ग्रामीण बोले कई सालो से नही हो रही सफाई

शक्करगढ़ /राज्य सरकार जहां एक ओर स्वच्छ भारत मिशन और गांवों को साफ-सुथरा बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर भी स्वच्छता को लेकर सख्त हे लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में आज भी साफ सफाई का सर्वे कराया जाए तो परिणाम ठीक नहीं हे जहा केंद्र और राज्य सरकार सख्त हे लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में साफ सफाई के हाल बदहाल है कारण उच्च सतर के अधिकारियों की मॉनिटरिंग नही होने के कारण वहीं दूसरी ओर बरोदा ग्राम पंचायत में हालात इससे बिल्कुल उलट दिखाई दे रहे हैं बरोदा कस्बे के ग्रामीण कीचड़ से बेहाल हैं और बीमारियों के खतरे से घिरे हुए हैं यहां एक मोहल्ला ऐसा भी हो जहा साल के 12 महीने आमजन को कीचड़ और गंदे पानी में ही निकलना पड़ता है ग्रामीण कान्हा सेन ने बताया की 14 वर्ष पूर्व इस मोहल्ले में सीसी सड़क बनी थी उसके बाद ग्राम पंचायत ने इस मोहल्ले में ध्यान नही दिया तीन चार साल से हालत खराब हे कई बार प्रशासन गावो के संघ अभियान सहित ग्राम पंचायत में शिकायत कर कीचड़ निस्तारण और नाली निर्माण की मांग की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई बरसात में हाल और भी बदतर हो जाता है। कीचड़ में फिसलकर लोग गिरते हैं, वाहन फंस जाते हैं, और बच्चे स्कूल तक नहीं पहुंच पाते। इसके बावजूद ग्राम पंचायत की ओर से किसी प्रकार की सफाई या जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। ग्रामीणों ने विकास अधिकारी जहाजपुर से मांग की है कि गांव की स्थिति का तत्काल निरीक्षण कर ग्राम पंचायत के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाए, और जल्द से जल्द गांव को गंदगी व कीचड़ से मुक्त किया जाए।
ग्रामीण बोलेः 4 साल से कोई सुनवाई नहीं हो रही: रामदेव सेन का कहना है कि ग्राम पंचायतों में साफ सफाई के टेंडर होने के बावजूद आमजन के साथ छलावा हो रहा हे सफाई के पैसे कहा जाते हे उनकी जांच होनी चाहिए उन्होंने कई बार पंचायत सचिव और सरपंच से शिकायत की है, लेकिन आज तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया। पंचायत के अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं और लोगों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं।
डेंगू, मलेरिया का खतराः गांव में कीचड़ और गंदगी की वजह से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। डेंगू, मलेरिया और अन्य मौसमी बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि न तो दवा का छिड़काव किया जा रहा है और न ही साफ-सफाई की कोई योजना बनाई गई है
इनका कहना हे
3 दिवस में कीचड़ निस्तारण कर दिया जाएगा
मोका स्थिति देख जरूरत के हिसाब से ग्रेवल डलवाएंगे