एक पेड़ मां के नाम अभियान में लगाया पौधा
रायला( लकी शर्मा) रायला के निकटवर्ती ईरांस ग्राम पंचायत में चरागाह में एक दिन में 500 पौधे लगाए गए । वही आसींद ब्लॉक के विकास अधिकारी सुधीर पाठक ने कहा कि पंचायत समिति आसींद के ग्राम ईरांस में पहुंचकर पोधेरोपण कार्यक्रम में ग्राम पंचायत के सहयोग से तथा नेहरू युवा संस्थान के सहयोग से जो वृक्षारोपण हो रहा है जो इस क्षेत्र में अदित्य हैं ।राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा एक पेड़ मां के नाम यानी आदमी को आदमी है रूप से जोड़ा गया है अपने मां के साथ जो भावना होती है वह भावना पेड़ के साथ हो ईरांस गांव में ये भावना 4 , 5 साल से यह भावना दिख रही है , जो वृक्षारोपण करना दिल से एक लगाव है यहां की युवा टीम ने इसको फली फूली किया है ।निश्चित रूप से यह उदाहरण बनेगा न की बल्कि पूरे ब्लॉक नहीं जबकि पूरे जिले के लिए यह उदाहरण साबित हैं , हम आगे भी भेज कर यह बताएंगे कि ईरांस ग्राम के युवा अपने तन मन धन से लगे हुए हैं और पेड़ों के बढ़ाकर पर्यावरण के प्रति सकारात्मक संदेश दे रहे हैं ।
हम और चाहेंगे कि इसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जाए इसमें बच्चों के जन्म दिवस पर विवाह के शुभ अवसर पर पौधा लगाया जाए और इसके साथ नोटिंग बोर्ड लगाए जाएं कि इस अवसर पर यह पेड़ लगाया गया ताकि गांव में दूसरे गांव के लोग देखने आए तो उनको लगेगा कि यहां पर्यावरण के प्रति गहरी भावना है।
वही "एक पेड़ मां के नाम" अभियान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रकृति की सेवा और मां के प्रति सम्मान का अनुकरणीय भाव है। आसींद ब्लॉक में इस अभियान को पौधे लगाकर अभियान को सफल बनाएं जा रहे हे । उन्होंने कहा कि अत्यधिक क्षेत्र जंगल का है जिसमें पौध रोपण ज्यादा से ज्यादा हो इसके लिए हम सबको संकल्पित होना चाहिए। हमें इस अभियान में उनके साथ सहभागिता करनी चाहिए।
कहा कि इस अभियान में अधिक से अधिक युवा पीढ़ी को जोड़ें। उनके मन में पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के भाव जागृत करें। उन्होंने सभी से अपील की है कि एक पेड़ मां के नाम के अभियान का संकल्प हर व्यक्ति ले और लक्ष्य तक पहुंचाए। सभी एक पेड़ अपने मां के नाम से जरूर लगाएं।
इस अवसर पर आसींद विकास अधिकारी सुधीर पाठक , कनिष्ठ तकनीकी सहायक प्रेरणा अरोड़ा , सचिव नरेंद्र शर्मा , सरपंच जुवारा भील , नेहरू युवा संस्थान ईरास के अध्यक्ष सांवर जाट , कोषाध्यक्ष मुकेश जाट , कैलाश सुथार , सांवर धोल्या ,गोपाल कुमावत , ओम प्रकाश जाट , कैलाश हरिजन , निर्मल रायका , बद्रीलाल बलाई ,गोविंद जाट , शंकर खटीक , किशन लाल जाट , अंबालाल भील ,देवकरण जाट ,गणेश जाट ,बजरंग कुमावत , गोपाल लाल कुमावत , सांवरलाल कुमावत , घनश्याम कुमावत , मेट देवकन्या गर्ग , अर्चना रेबारी , पारसी देवी सहित ग्रामीण मौजूद रहे थे।