ग्रामीण बच्चों ने शैक्षणिक भ्रमण कर जानी इतिहास और भौगोलिक जानकारी
किशन खटीक/ रायपुर पालरा विद्यालय छात्र-छात्राओं द्वारा शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस ब्राह्मण से बच्चों ने ऐतिहासिक, आध्यात्मिक, भौगोलिक और सांस्कृतिक जानकारियां इकट्ठा की। प्रधानाचार्य तेज प्रकाश नाथ ने बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पालरा के 40 बच्चों के एक ग्रुप के विद्यार्थियों ने विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा विश्वास स्वरूपम्,मेवाड़ के आराध्य एकलिंग नाथ कैलाशपुरी, सहेलियों की बाड़ी, करणी माता , फतेहसागर झील, राष्ट्रीय तीर्थ प्रताप गौरव केन्द्र,पिछोला , दूध तलाई, सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क, आबू के भगवान दत्तात्रेय मंदिर, राजस्थान की सबसे ऊंची झील, नक्की , 1722 मीटर पर स्थित अवस्थित ,राज्य के सर्वोच्च पर्वत ,गुरु शिखर, देलवाड़ा के प्रसिद्ध जैन मंदिर, अचलगढ़, अर्बुदा देवी, सनसेट पॉइंट, भारत माता मंदिर, ब्रह्मा कुमारी संस्थान आदि का भ्रमण कराया गया। इस शैक्षणिक पर्यटन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों द्वारा उदयपुर का प्राकृतिक सौंदर्य और झील दर्शन, रोप वे, इलेक्ट्रिक कार्ट,नौका विहार का भी आनंद लिया तथा भारतीय संस्कृति, इतिहास, कला ,पुरातत्व, भौगोलिक दर्शन, जैव विविधता, का अवलोकन कराया गया। बच्चे,सज्जनगढ़ अभयारण्य में भालू, चीता, शेर, भेड़िया और हिरन आदि वन्य जीव देखकर रोमांचित हुए। तो माउंट आबू अभ्यारण्य के वन्य जीवन, जैव विविधता, देलवाड़ा की शिल्प कला को नजदीक से जानकर बच्चे अभिभूत और रोमांचित हो गए। भ्रमण के दौरान हिंदी व्याख्याता डॉ. सत्यनारायण तातेला, प्रदीप कुमार, सीमा सेन, मंजू बाला डाकोत, दिनेश कुमार सेन, चंदन कुमार राव, मदनलाल खटीक, प्रेम स्वर्णकार, रीना शर्मा उमा कंवर राठौर, महावीर मीणा सहित अन्य स्टाफ साथी मौजूद रहे ।