तालाब के पेटे में आ रही मदरसा भवन को किया सीज, पक्के आशियानो को तोड़ने से पहले झलक उठे आंसू

तालाब के पेटे में आ रही मदरसा भवन को किया सीज, पक्के आशियानो को तोड़ने से पहले झलक उठे आंसू
X

रायला (लकी शर्मा ) । रायला के धर्मतालाब के पेटे में बने पक्के मकान आशियानो पर पिला पंजा चलने से पहले मकान में रह रहे लोगो का दर्द छलक उठा। धर्मतालाब के पेटे में आ रहे मकानों में रहने वाले लोगो का साफ साद शब्दो मे कहना था कि जब यहां मकान खरिदे गए तब पट्टा रजिस्ट्री व सरकारी बेको से लोन तक दिया गया। अगर किसी प्रकार की कोई गलत जगह में कनवर्जन करवाया है तो मौके पर सरकारी विभाग के अधिकारीयो ने ध्यान तक क्यों नही दिया। इसका मतलब साफ तौर पर यह साबित होता है की मिलीभगत के सहारे आमजनता को भ्रम में डाला जा रहा है। लाड़ कुमारी खटीक पत्नी रतन लाल खटीक ने जानकारी देते हुए कहा की NGT कोट के आदेशानुसार ये पक्के मकानों को जब तोड़ा जाएं जब यहां रहने वाले लोगो को उचित मुआवजा मिले यदि सरकार प्रशासन तक हमारी बात की सुनवाई नही होती है तो मकानों को ध्वस्त करने से पहले हमारे व परिवार के ऊपर जेसीबी चलाई जाए। नही तो सरकार हमे उचित मुआवजा मुहैया करवाए।

वही कांग्रेस के शाहपुर बनेड़ा विधायक प्रथाशी नरेंद्र कुमार रेगर ने कहा कि मेरे निजी घर के बाहर निकल रहे नाले के रास्ते को जेसीबी से तोड़ा जा रहा है प्रशासन NGT कोट के आदेशानुसार काम करेगा पर जब से यहां पट्टा रजिस्ट्री के आधार पर प्लाट लेकर मकान बनाया है उस समय के भीतर रहे प्रशासनिक अधिकारी पर भी कार्यवाही हो और साथ ही हमे उचित मुआवजा दिया जाए।यदि जिस समय जेसीबी का पीला पंजा चलेगा उसके पहले परिवार के साथ यही आत्मदाह करूंगा जिसका जिमेदार स्वयं प्रशासन होगा। रायला का धर्म तालाब लगातार काफी समय से सुर्खियों में आ रहा है। धर्म तालाब में हो रहे अतिक्रमण को मुक्त करने के लिए गांव के कुछ लोगो ने एनजीटी कोर्ट भोपाल में भी मामला दर्ज करवाया था। इस मामले पर सुनवाई भी हो चुकी है। वही एनजीटी कोर्ट के आदेश पर सोमवार को धर्मतालाब में बने आराजी नंबर 2520 पर वर्तमान में निर्मित मदरसा भवन को उपखंडअधिकारी तहसीलदार विकास अधिकारी व अन्य प्रशासन के सहयोग से मदरसा को जब्त कर सीज किया गया। रायला सरपंच गीता देवी जाट व सरपंच पति जगदीश प्रसाद जाट को दोषी मानते हुए करोड़ो रु का जुर्माना भी लगाया है जिसकी राशि 2 माह में वसूल कर तालाब में किये गए अतिक्रमण को हटाकर पूर्व स्थिति में लाने का आदेश भी दिया.आप को इस पूरी जानकारी से अवगत करवा दे की धर्मतालाब में अतिक्रमण होने के कारण पानी की आवक पूरी तरह रुक गई अगर अतिक्रमण मुक्त होता है तो पानी की समस्याओं से काफी निजात मिलेगी।

Next Story