आज का मानव भगवान की भक्ति को छोड़ विषय वस्तु को भोगने में लगा है- पं.अरुणाचार्य

आज का मानव भगवान की भक्ति को छोड़ विषय वस्तु को भोगने में लगा है- पं.अरुणाचार्य
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शाहपुरा (मूलचन्द पेसवानी)। शाहपुरा नगर की सुप्रसिद्ध शिक्षाविद्, विदूषी लेखिका एवं संस्कारशील व्यक्तित्व स्वर्गीय अनुराग बाला पाराशर की पावन स्मृति में मालिनी वाटिका में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन आज कथा वाचक मथुरा के सुप्रसिद्ध कथा वाचक पंडित अरुणाचार्य जी महाराज अपनी ओजस्वी वाणी से श्रीकृष्ण लीलाओं एवं भागवत तत्वज्ञान की अमृत वर्षा से भक्तों को सरोबार कर दिया। प्रतिदिन 12 से बजे तक आयोजित हो रही कथा में कथा व्यास द्वारा मार्मिक व सुरीले कंठ से कथा व भजनों की आकर्षक प्रस्तुति से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर रहे है।

कथा में अमर कथा और शुकदेवजी के जन्म का वृतांत का विस्तार से वर्णन किया गया। कथा वाचक पंडित अरुणाचार्य जी महाराज ने कथा की शुरुआत करते हुए कहा कि आप सब पर ठाकुर जी की कृपा है। जिसकी वजह से आप आज कथा का आनंद ले रहे है। श्रीमद भगवत कथा का रसपान कर पा रहें हैं क्योंकि जिन्हें गोविन्द प्रदान करते है जितना प्रदान करते है उसे उतना ही मिलता है। कथा में यह भी बताया की अगर आप भागवत कथा सुनकर कुछ पाना चाहते हैं, कुछ सीखना चाहते है तो कथा में प्यासे बन कर आए, कुछ सीखने के उद्देश्य से, कुछ पाने के उद्देश्य से आएं, तो ये भागवत कथा जरूर आपको कुछ नहीं बल्कि बहुत कुछ देगी।

मनुष्य जीवन विषय वस्तु को भोगने के लिए नहीं मिला है, लेकिन आज का मानव भगवान की भक्ति को छोड़ विषय वस्तु को भोगने में लगा हुआ है। उसका सारा ध्यान संसारिक विषयों को भोगने में ही लगा हुआ है। मानव जीवन का उद्देश्य कृष्ण प्राप्ति शाश्वत है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन का उद्देश्य कृष्ण को पाकर ही जीवन छोड़ना है और अगर हम ये दृढ़ निश्चय कर लेंगे कि हमें जीवन में कृष्ण को पाना ही है तो हमारे लिए इससे प्रभु से बढ़कर कोई और सुख, संपत्ति या सम्पदा नहीं है।

भागवत कथा श्रवण करने वालों का सदैव कल्याण करती है भगवत कथा के समय स्वयं श्रीकृष्ण आपसे मिलने आए हैं। जो भी इस भागवत के तट पर आकर विराजमान हो जाता है, भागवत उसका सदैव कल्याण करती है। उन्होंने कहा कि बिना जाति और बिना मजहब देखे इनसे आप जो मांगे ये आपको वो मनवांछित फल देती है और अगर कोई कुछ न मांगे तो उसे मोक्ष परियन्त तक की यात्रा कराती है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

आज भीलवाड़ा से पूर्व आयुर्वेद उपनिदेशक डा कमलाकांत शर्मा, पूर्व शिक्षा उपनिदेशक तेजपाल उपाध्याय सहित शाहपुरा के गणमान्य नागरिकों ने कथा में पहुंच कर कथा वाचक पंडित अरुणाचार्य जी महाराज का अभिनंदन किया।

कार्यक्रम के आयोजक, सेवानिवृत्त वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. कमलेश कुमार पाराशर व विपिन सनाठ्य ने सभी का स्वागत किया।

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