स्वयंसेवकों द्वारा मंदिर परिसर में किया श्रमदान

स्वयंसेवकों द्वारा मंदिर परिसर में किया श्रमदान
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बनेड़ा (हेमराज तेली) राजकीय महाविद्यालय बनेड़ा में राष्ट्रीय सेवा योजना के सप्त दिवसीय शिविर के पंचम दिवस का आयोजन पूर्ण उत्साह तथा उल्लास के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ शिविर संरक्षक तथा अध्यक्ष महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.डॉ. के. एल. मीणा द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन तथा माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सिद्धार्थ कुमार देसाई ने बताया कि शिविर के पंचम दिवस पर समस्त स्वयंसेवकों को प्राचीन एवं सांस्कृतिक धरोहर बनेड़ा ग्राम में स्थित धार्मिक स्थल घाटी के बालाजी स्थान पर ले जाया गया। वहां पर स्वयंसेवकों द्वारा मंदिर परिसर में श्रमदान किया। कंटीली झाड़ियों तथा पॉलीथिन आदि को दूर कर मंदिर परिसर को साफ कर स्वच्छ वातावरण एवं सुरक्षित पर्यावरण का संदेश दिया। महाविद्यालय के संकाय सदस्य सुबोध कुमार शर्मा ने स्वयंसेवकों को प्राचीन धरोहर के संरक्षण की आवश्यकता का महत्व बताया। कार्यक्रम के बौद्धिक सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. अनु कपूर पूर्व प्राचार्या राजकीय महाविद्यालय बनेड़ा ने हार्टफुलनेस के तृतीय सत्र में मन तथा मस्तिष्क के आवश्यक संयोजन पर समस्त स्वयंसेवकों को अपने वक्तव्य के माध्यम से प्रेरित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के संकाय सदस्य ज्योति रानी रिठोदिया, ऋतुराज टोंग्या तथा मानसिंह राणावत उपस्थित रहें। राजकीय महाविद्यालय बनेड़ा में राष्ट्रीय सेवा योजना के सप्त दिवसीय शिविर के पंचम दिवस का आयोजन पूर्ण उत्साह तथा उल्लास के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ शिविर संरक्षक तथा अध्यक्ष महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.डॉ. के. एल. मीणा द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन तथा माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सिद्धार्थ कुमार देसाई ने बताया कि शिविर के पंचम दिवस पर समस्त स्वयंसेवकों को प्राचीन एवं सांस्कृतिक धरोहर बनेड़ा ग्राम में स्थित धार्मिक स्थल घाटी के बालाजी स्थान पर ले जाया गया। वहां पर स्वयंसेवकों द्वारा मंदिर परिसर में श्रमदान किया। कंटीली झाड़ियों तथा पॉलीथिन आदि को दूर कर मंदिर परिसर को साफ कर स्वच्छ वातावरण एवं सुरक्षित पर्यावरण का संदेश दिया। महाविद्यालय के संकाय सदस्य सुबोध कुमार शर्मा ने स्वयंसेवकों को प्राचीन धरोहर के संरक्षण की आवश्यकता का महत्व बताया। कार्यक्रम के बौद्धिक सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. अनु कपूर पूर्व प्राचार्या राजकीय महाविद्यालय बनेड़ा ने हार्टफुलनेस के तृतीय सत्र में मन तथा मस्तिष्क के आवश्यक संयोजन पर समस्त स्वयंसेवकों को अपने वक्तव्य के माध्यम से प्रेरित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के संकाय सदस्य ज्योति रानी रिठोदिया, ऋतुराज टोंग्या तथा मानसिंह राणावत उपस्थित रहें।

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