बनेड़ा में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ आयोजित, शाम को दीपों से लक्ष्मी भवन जगमगा उठा

बनेड़ा (हेमराज तेली) गायत्री परिवार भीलवाड़ा द्वारा कस्बे के लक्ष्मी भवन में आयोजित चार दिवसीय राष्ट्र शौर्य समृद्धि 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन मंगलवार को श्रद्धा और भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा। यज्ञशाला में राष्ट्र की सुख-समृद्धि और लोकमंगल की कामना के साथ हजारों आहुतियां समर्पित की गईं। यज्ञ के दौरान संस्कारों की महत्ता पर जोर देते हुए गायत्री परिवार द्वारा विभिन्न संस्कार नि:शुल्क संपन्न कराए गए। इसमें 21 पुंसवन संस्कार, 100 गुरुदीक्षा एवं 4 यज्ञोपवीत संस्कार वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूरे किए गए। गायत्री शक्तिपीठ भीलवाड़ा की टोली के नायक परमेश्वर लाल साहू ने यज्ञ संपन्न करवाते हुए मनुष्य जीवन के लक्ष्य और संस्कारों की अनिवार्यता पर प्रकाश डाला। उन्होंने गायत्री परिवार द्वारा वैश्विक स्तर पर चलाई जा रही रचनात्मक गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि कैसे कुरीतियों को त्यागकर एक सभ्य समाज का निर्माण किया जा सकता है। मंगलवार शाम को महायज्ञ का मुख्य आकर्षण विशाल दीप यज्ञ रहा। लक्ष्मी भवन परिसर में 2100 दीपकों की रोशनी से जगमगा उठा। मंत्रोच्चार और तमसो मा ज्योतिर्गमय के जयघोष के साथ श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से समाज से अंधकार मिटाने का संकल्प लिया। दीप यज्ञ का यह अलौकिक दृश्य देखने के लिए आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में भक्तगण पहुंचे। मीडिया प्रभारी श्याम योगी ने बताया कि बुधवार को महायज्ञ का अंतिम दिन रहेगा। इस अवसर पर विशेष पूर्णाहुति दी जाएगी। साथ ही गुरुदीक्षा, पुंसवन, जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ और अन्नप्राशन जैसे संस्कार भी नि:शुल्क संपन्न करवाए जाएंगे। कार्यक्रम के समापन पर संगीत टोली की विदाई होगी। आयोजन समिति ने क्षेत्र के सभी श्रद्धालुओं को पूर्णाहुति में सम्मिलित होने का आह्वान किया है।
