इंडियन नेवी और 61 कैवेलरी ने रखा अपना दबदबा कायम
चंडीगढ़। खुड्डा लाहौरा स्थित चंडीगढ़ पोलो कल्ब मे खेली जा रही महाराजा रणजीत सिंह ट्राॅफी नैश्नल पोलो टूर्नामेंट के दूसरे दिन इंडियन नेवी और 16 केवेलरी का दबदबा रहा। मंगलवार को ही यंग राईडर्स कप का एक मैच भी खेला गया।
इंडियन नेवी ने आर्टिलरी (तोपखाना) को एक रोमांचक मुकाबले में 9-5 से हराया। इस जीत के हीरो जयपुर के राईडर ध्रुप पाल गोधारा रहे जिन्हों पूरे मैच में टीम के लिये छह गोल दागे। पहले ही चक्कर (राउंड) में गोधारा ने तीन गोल दाग कर इंडियन नेवी के लिये 4-1 की बढ़त कायम रखी। गेम में अपनी लय कायम रखते हुये गोधारा ने दूसरे राउंड दो और गोल किये जिससे मैच की स्कोरलाईन 9-2 रही। तीसरे ओर अंतिम राउंड में आर्टलरी के ग्रेनेडियर उदय कुमार ने तीन गोल कर ने मैच में वापसी करने की भरसक कोशिश की परन्तु 9-5 से अपनी हार नहीं टाल सके।
इससे पूर्व भारतीय सेना की एकमात्र घुड़सवार रेजिमेंट 61 कैवलरी ने सिद्ध कर दिया कि वे टूर्नामेंट की फेवरेट क्यों है। टीम ने एकतरफा मुकाबले में रिमाउंट एंड वेटरनरी कोर (आरवीसी) को 15-0.5 से करारी मात दी। जीत का सेहरा पोलो वर्ल्ड कप में देश का चार बार प्रतिनिधित्व कर चुके लेफ्टिनेंट कर्नल विशाल चौहान ने नाम रहा जिन्होंने पूरे मैच में आठ गोल किये। मैच में पहले राउंड तक 2-0.5 के साथ टक्कर लगभग बराबर की रही परन्तु दूसरे मैच में 61 कैवेलरी ने बेहतरीन खेल दिखाते हुये स्कोरलाइन 10-0.5 से एकतरफा कर दी। चौहान ने पांच गोल इसी राउंड में किये। तीसरे राउंड में भी चैहान ने अपने साथी राईडर्स - मेजर अनंत राजपुरोहित (4) और कैप्टन अनमोल वडैच के साथ यही खेल कायम रखते मैच मैच 15-0.5 से अपने नाम किया।
सुबह खेले गये यंग राईडर्स कप के एकमात्र मुकाबले में पंचकुला ने चंडीगढ़ को 5-1 से हराया। विजेता टीम की ओर से विजय शक्या ने चार गोल किये जबकि चंडीगढ़ की ओर से अमान वारिंग ने एक गोल दागा।