भारत पाकिस्तान मैच संभवतः पंद्रह फरवरी को

टी ट्वेंटी वर्ल्ड कप दो हजार पच्चीस में भारत और पाकिस्तान का बहुप्रतीक्षित मुकाबला पंद्रह फरवरी को कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेला जा सकता है। इसी मैदान पर पांच अक्टूबर को विमेंस वनडे वर्ल्ड कप में दोनों देशों की टीमें आमने सामने हुई थीं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बीसीसीआई ने अपना प्रस्तावित शेड्यूल आईसीसी को भेज दिया है और आईसीसी जल्द इसकी घोषणा कर सकता है।
सात फरवरी से शुरुआत और आठ मार्च को फाइनल
टूर्नामेंट की संभावित समय सारिणी
टी ट्वेंटी वर्ल्ड कप की शुरुआत सात फरवरी से होने की संभावना है, जबकि फाइनल मुकाबला आठ मार्च को खेला जा सकता है। फाइनल और सेमीफाइनल के स्थान का निर्धारण भारत पाकिस्तान मैचों की परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।
अगर पाकिस्तान की टीम फाइनल में जगह नहीं बनाती है तो खिताबी मुकाबला अहमदाबाद में आयोजित किया जाएगा। लेकिन पाकिस्तान के फाइनल में पहुंचने की स्थिति में फाइनल श्रीलंका में कराया जाएगा। अभी तक आईसीसी या बीसीसीआई की ओर से इस शेड्यूल पर कोई आधिकारिक जानकारी जारी नहीं की गई है।
भारत मौजूदा चैंपियन
दक्षिण अफ्रीका को हराकर जीता था खिताब
टीम इंडिया इस टूर्नामेंट की डिफेंडिंग चैंपियन है। भारत ने पिछली बार फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर खिताब अपने नाम किया था।
भारत के पांच और श्रीलंका के तीन वेन्यू
दोनों देशों ने की संयुक्त तैयारी
बीसीसीआई ने अहमदाबाद, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई को मेजबानी के लिए शॉर्टलिस्ट किया है। इसके साथ ही श्रीलंका के तीन मैदान भी चुने गए हैं जिनमें कोलंबो शामिल बताया जा रहा है।
भारत पाकिस्तान का पिछला टी ट्वेंटी मुकाबला
पांच रन से भारत की जीत
दोनों देशों के बीच आखिरी टी ट्वेंटी मैच नौ जून दो हजार चौबीस को वर्ल्ड कप के दौरान खेला गया था, जिसमें भारत ने रोमांचक जीत दर्ज की थी। टीम इंडिया ने पाकिस्तान को पांच रन से हराया था।
न्यूट्रल वेन्यू पर खेलने की सहमति
बीसीसीआई और पीसीबी के बीच समझौता
चैंपियंस ट्रॉफी से पहले बीसीसीआई और पीसीबी के बीच यह सहमति बनी कि दोनों देश भविष्य में आपस के मुकाबले न्यूट्रल वेन्यू पर ही खेलेंगे। इसी समझ के तहत कोलंबो को संभावित स्थल माना जा रहा है।
एशिया कप में तीन बार भिडीं दोनों टीमें
भारतीय टीम तीनों मैच में विजयी
नौ से अठाईस सितंबर के बीच हुए एशिया कप में भारत और पाकिस्तान की टीमें तीन बार आमने सामने हुईं और हर बार भारत ने जीत दर्ज की।
इन मैचों के दौरान खिलाड़ियों के बीच हाथ न मिलाने की घटनाएं चर्चा में रहीं। रऊफ ने प्लेन गिराने जैसा इशारा किया जबकि साहिबजादा फरहान ने गन सेलिब्रेशन किया।
फाइनल जीतने के बाद भारतीय टीम ने पीबीसी चीफ मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इंकार कर दिया था जिसके बाद टीम बिना ट्रॉफी के वापस लौट गई।
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