पांचवें टी20 में भारत की जोरदार जीत,: साउथ अफ्रीका पर 30 रन से मात, सीरीज 3-1 से अपने नाम

साउथ अफ्रीका के भारत दौरे का समापन रोमांचक मुकाबलों के साथ हुआ, लेकिन आखिरी टी20 में टीम इंडिया ने अपनी ताकत साबित करते हुए मेहमान टीम की बराबरी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। शुक्रवार को खेले गए पांचवें टी20 मुकाबले में भारत ने साउथ अफ्रीका को 30 रन से हराकर सीरीज 3-1 से जीत ली।
इससे पहले साउथ अफ्रीका ने टेस्ट सीरीज में भारत को हराकर इतिहास रचा था। वनडे में भी उसने कड़ी टक्कर दी, हालांकि सीरीज जीत नहीं सकी। टी20 सीरीज में भी साउथ अफ्रीका पीछे चल रही थी और आखिरी मैच जीतकर सीरीज बराबर करने की कोशिश में थी, लेकिन भारतीय टीम ने निर्णायक मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने तिलक वर्मा और हार्दिक पांड्या की विस्फोटक पारियों के दम पर 20 ओवर में पांच विकेट पर 231 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका की शुरुआत बेहद तेज रही और एक समय मुकाबला उसके पक्ष में जाता दिख रहा था, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने समय पर वापसी कर मैच का रुख पलट दिया। साउथ अफ्रीका की टीम 20 ओवर में आठ विकेट खोकर 201 रन ही बना सकी।
डीकॉक की आंधी, फिर भारतीय वापसी
साउथ अफ्रीका की ओर से क्विंटन डिकॉक ने पारी की शुरुआत से ही आक्रामक अंदाज अपनाया। पहले ही ओवर से उन्होंने भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। पावरप्ले के छह ओवर में टीम ने बिना विकेट खोए 67 रन बना लिए। हालांकि सातवें ओवर में वरुण चक्रवर्ती ने रीजा हेंड्रिग्स को आउट कर पहली सफलता दिलाई।इसके बाद भी डिकॉक ने डेवाल्ड ब्रेविस के साथ मिलकर रन गति बनाए रखी और अपना अर्धशतक पूरा किया। 10 ओवर में साउथ अफ्रीका का स्कोर एक विकेट पर 117 रन था और मैच उसके हाथों से निकलता नजर आ रहा था।ड्रिंक्स ब्रेक के बाद कहानी पूरी तरह बदल गई। जसप्रीत बुमराह ने 11वें ओवर में डिकॉक को आउट कर भारत को बड़ी राहत दिलाई। डिकॉक ने 35 गेंदों में 65 रन की पारी खेली। अगले ही ओवर में हार्दिक पांड्या ने ब्रेविस को पवेलियन भेज दिया। इसके बाद वरुण चक्रवर्ती ने एक ओवर में दो विकेट झटककर साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी।अर्शदीप सिंह और वरुण ने बीच के ओवरों में लगातार विकेट लेकर रन गति पर लगाम लगाई। अंत में जरूरी रन नहीं बन पाए और साउथ अफ्रीका की उम्मीदें टूट गईं। भारत की ओर से वरुण चक्रवर्ती ने चार विकेट लिए, जबकि बुमराह ने दो अहम सफलताएं हासिल कीं।
तिलक और हार्दिक का तूफान
भारतीय पारी की बात करें तो तिलक वर्मा और हार्दिक पांड्या की साझेदारी ने मैच की नींव रखी। शुरुआती विकेट गिरने के बाद दोनों ने आक्रामक रुख अपनाया और साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों को संभलने का मौका नहीं दिया।हार्दिक पांड्या ने महज 16 गेंदों में अर्धशतक जड़कर टी20 अंतरराष्ट्रीय में दूसरा सबसे तेज अर्धशतक लगाया। उन्होंने 25 गेंदों पर 63 रन बनाए। वहीं तिलक वर्मा ने संयम और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन दिखाते हुए 42 गेंदों पर 73 रन की पारी खेली। दोनों ने कुछ ही ओवरों में मैच का पासा पलट दिया।
कप्तान सूर्या की चिंता बरकरार
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव का खराब दौर इस मुकाबले में भी जारी रहा। वह केवल पांच रन बनाकर आउट हो गए। इस साल टी20 अंतरराष्ट्रीय में उनका प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा है और सीरीज में भी उनका बल्ला खामोश ही नजर आया।
संजू को मिला मौका
आखिरी मुकाबले में चोटिल शुभमन गिल की जगह संजू सैमसन को मौका मिला। उन्होंने अभिषेक शर्मा के साथ मिलकर तेज शुरुआत दी और पावरप्ले में टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। हालांकि दोनों बड़ी पारी खेलने से चूक गए, लेकिन उनकी साझेदारी ने मध्यक्रम के लिए मंच तैयार कर दिया।
कुल मिलाकर, निर्णायक मुकाबले में भारत ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में संतुलित प्रदर्शन किया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज अपने नाम कर आत्मविश्वास के साथ आगे की तैयारियों की ओर कदम बढ़ाया।
