ऐसे कैसे जीतेंगे मेडल: भूखे-प्यासे रहने को मजबूर भारतीय एथलीट्स! समय पर नहीं मिल रहा खाना

भूखे-प्यासे रहने को मजबूर भारतीय एथलीट्स! समय पर नहीं मिल रहा खाना
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नई दिल्ली: पेरिस ओलिंपिक 2024 के लिए सभी भारतीय एथलीट के लिए भारत के सेवन स्टोरी ब्लॉक में लगभग 30 अपार्टमेंट हैं, जो बाहर से तिरंगे के रंग में हैं। उनके सामने स्पेन के दिग्गज टेनिस प्लेयर राफेल नडाल है। दायीं ओर उनके पड़ोसी इटली हैं जबकि बाईं ओर सर्बिया के नोवान जोकोविच हैं। शुक्रवार यानी 26 जुलाई को ओपनिंग सेरिमनी से पहले मूड काफी अच्छा और शांत है-वास्तविक खेलों का तनाव और दबाव शनिवार तक इंतजार कर सकता है, जब प्रतियोगिताएं शुरू होंगी। हालांकि भारतीय एथलीट खाने की सुविधाएं से ज्यादा खुश नहीं है। उन्होंने इसको लेकर चिंता भी जताई है।



इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, भारतीय एथलीट अपनी पसंद के सीमित विकल्पों से बहुत खुश नहीं हैं। डाइनिंग एरिया में ग्लोबल क्विजीन, हलाल फूड, एशियाई मील और फ्रेंच फूड के लिए पांच अलग-अलग हॉल हैं। भारत की डबल बैडमिंटन स्टार तनिषा क्रैस्टो कहती हैं, 'आज वहां राजमा थे। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही खत्म हो गए।' भारत की बॉक्सर अंतिम पंघाल ने भी ज्यादा अच्छा लंच नहीं किया। पंघाल ने अपनी सपोर्ट टीम को डिनर के लिए भारतीय खाना दाल रोटी डिलिवर करने का इरादा किया है। वह ऐसा पिछले कुछ दिनों से कर रही हैं।

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ओलिंपिक में अभी भी कमजोर स्थिति में भारत के पास यह चुनने की चॉइस नहीं है कि वे कहां रहना चाहते हैं। हालांकि ओलिंपिक में कुछ बड़े देश इसे चूज कर सकते हैं कि वह कहां रहना चाहते हैं। उदाहरण के लिए चीन 'शांति' चाहता था और गांव के सबसे शांत कोनों में से एक में उनको रहने की जगह मिली। ब्रिटिश एथलीट एक छोटे से आईलैंड पर रह रहे हैं। मेजबान के रूप में फ्रांस को सबसे पहले इसे चुने जाने का मौका मिला। उन्होंने अपनी तीन बिल्डिंग को अपने रंगों में सजाया। इस बीच यूएसए. नहीं चाहता था कि उनके खिलाड़ी डाइनिंग हॉल तक बहुत पैदल चलकर जाएं और इसलिए, वे मुख्य डाइनिंग हॉल के ठीक बगल में स्थित हैं।

ट्रांसपोर्ट सर्विसेज एक और अन्य चिंता का विषय है। तनीषा ने कहा,'यह शेड्यूल के मुताबिक नहीं है। मैच के दिनों में, मैं बहुत जल्दी निकल सकती हूं ताकि मुझे अपने मैच के लिए देर न हो। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसे भारत के दल के लीडर्स-शेफ डी मिशन गगन नारंग और डिप्टी सीडीएम शिवा केशवन ने उठाया है।भूखे-प्यासे रहने को मजबूर भारतीय एथलीट्स! समय पर नहीं मिल रहा खाना, ऐसे कैसे जीतेंगे मेडल

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