भारत-रूस सैन्य संबंधों को लेकर चिंताएं हैं, लेकिन दिल्ली पर भरोसा है', अमेरिकी उप विदेश मंत्री बोले

सैन्य और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रूस के साथ भारत की साझेदारी को लेकर अमेरिका की कुछ चिंताएं हैं। लेकिन वॉशिंगटन को प्रमुख क्षेत्रों में भागीदारी को आगे बढ़ाने के लिए नई दिल्ली पर भरोसा है। यह बात अमेरिका के उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल ने बुधवार को कही।

बाइडन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने यह बयान एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान दिया। यह मीडिया ब्रीफिंग कैंपबेल और अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन की पिछले हफ्ते भारत यात्रा पर केंद्रित थी। उन्होंने कहा, भारत और अमेरिका के बीच स्पष्ट बातचीत है। हम प्रमुख देशों के साथ अपने साझा संबंधों पर चर्चा करते हैं, जिनमें रूस के साथ भारत का संबध भी शामिल है।


कैंपबेल ने का कि अमेरिका भारत के साथ ज्यादा गहरा और मजबूत तकनीकी संबंध विकसित करना चाहता है। उन्होंने कहा, हम इस बात को लेकर स्पष्ट रहे हैं कि भारत और रूस के बीच जारी संबंधों से कौन से क्षेत्र सैन्य और तकनीकी रूप से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा, हमने (भारत और रूस के बीच सैन्य और प्रौद्योगिकी साझाकरण को लेकर) कुछ चिंताएं व्यक्त की हैं। लेकिन इके साथ ही हमें भारत पर भरोसा है और हम उसके साथ विभिन्न क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।

वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या रूस के साथ भारत के करीबी सैन्य और प्रौद्योगिकी सहयोग के मद्देनजर नई दिल्ली के साथ संवेदनशील प्रौद्योगिकियों को साझा करने को लेकर वॉशिंगटन में चिंताएं हैं। उन्होंने कहा, रणनीतिक साझेदारी को लेकर मुझे लगता है कि महत्वपूर्ण यह है कि हम उन क्षेत्रों पर विचार साझा करने की क्षमता रखते हैं, जहां कभी-कभी असहमति होती है। हम सम्मानपूर्वक काम करते हैं और जहां संभव हो मतभेदों को कम करने की कोशिश करते हैं।

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