शेख हसीना की पार्टी पर प्रतिबंध की योजना में अंतरिम सरकार

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है। अंतरिम सरकार के प्रमुख प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस के कार्यालय ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि इस बारे में शीघ्र निर्णय लिया जाएगा। सरकार का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब नवगठित नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) के कार्यकर्ताओं ने यूनुस के घर के बाहर प्रदर्शन कर आवामी लीग को भंग करने की मांग की।
एनसीपी की शुरुआत छात्रों ने की थी। छात्रों ने पिछले साल एनसीपी नेतृत्व में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पांच अगस्त को हसीना को अपदस्थ कर दिया गया था। हसीना के अपदस्थ होने के बाद 8 अगस्त को मोहम्मद यूनुस ने कार्यभार संभाला था। जिन छात्रों ने पिछले साल विरोध प्रदर्शन किया, इस साल की शुरुआत में वह एनसीपी को बनाने के लिए आगे आए।
सरकार ने विभिन्न राजनीतिक दलों से साधा संपर्क
अंतरिम सरकार के बयान के अनुसार, सरकार हाल ही में विभिन्न राजनीतिक दलों, संगठनों और लोगों की ओर से अवामी लीग को निरंकुश शासन और आतंकवादी गतिविधियों के आरोपों पर भंग करने की मांग पर गंभीरता से विचार करती है। सरकार ने विभिन्न राजनीतिक दलों से संपर्क स्थापित किया है। उनके साथ परामर्श करके जल्द ही आवामी लीग को भंग करने पर निर्णय लिया जाएगा।
आतंकवादी छात्र लीग को सरकार ने भंग किया
बृहस्पतिवार रात एनसीपी के कार्यकर्ताओं ने यूनुस के आधिकारिक आवास 'जमुना' के पास एक अस्थायी मंच बनाया और शुक्रवार को वहीं पर नमाज भी पढ़ी। एनसीपी के इस प्रदर्शन में जमात-ए-इस्लाम, इसके छात्र संगठन इस्लामी छात्र शिबिर और हिफाजत-ए-इस्लाम जैसे संगठनों के नेता भी शामिल हुए। इस दौरान सरकार ने अपील की कि जब तक फैसला नहीं होता, तब तक सभी लोग शांति बनाए रखें। साथ ही कहा कि सरकार ने 'आतंकवादी छात्र लीग' को भंग कर दिया है, जो अवामी लीग से जुड़ा संगठन माना जाता है।
आवामी लीग भंग होने की घोषणा तक जारी रहेगा आंदोलन: आलम
एनसीपी नेता सरजिस आलम ने रैली के दौरान कहा कि हमारा आंदोलन शुरू हो गया है। यह एक दिन या एक महीने तक भी चल सकता है। उन्होंने कहा कि हम तब तक सड़कों पर रहेंगे, जब तक आवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा नहीं हो जाती। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने आवामी लीग के खिलाफ नारेबाजी भी की। बाद में, प्रदर्शनकारियों ने शाहबाग चौक पर सड़क जाम कर दी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह आंदोलन देश के विभिन्न हिस्सों में फैल गया है।