पुतिन से मुलाकात को लेकर पाक पीएम की फजीहत

नई दिल्ली। तुर्कमेनिस्तान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फोरम के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ऐसी स्थिति में फंस गए जिसने उन्हें वैश्विक मंच पर शर्मिंदा कर दिया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से तय मुलाकात में लंबे इंतजार के बाद शरीफ गलती से उस बंद कमरे में पहुंच गए जहां पुतिन पहले से तुर्किये के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन के साथ बैठक में थे।
मामला 12 दिसंबर को आयोजित उस बड़े फोरम के दौरान हुआ जो तुर्कमेनिस्तान की स्थायी तटस्थता के 30 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रखा गया था। पुतिन और शरीफ की द्विपक्षीय बैठक तय थी लेकिन इसकी शुरुआत लगातार टलती गई। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार लगभग 40 मिनट तक एक अलग कमरे में इंतजार करते रहे।
इसी बीच शरीफ ने पुतिन से कुछ समय के लिए मिलने की कोशिश में जल्दबाजी में उस कमरे में प्रवेश कर लिया जहां पुतिन एर्दोआन के साथ बातचीत कर रहे थे। लगभग 10 मिनट बाद वह कमरे से बाहर निकल आए। यह पूरा दृश्य कैमरे में कैद हो गया और वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना शुरू हो गई। कई यूजर्स ने इसे कूटनीतिक गलती बताया और पाक पीएम को ट्रोल किया।
RT इंडिया द्वारा जारी वीडियो में साफ दिखा कि शरीफ अनजाने में चल रही बातचीत के बीच पहुंच गए। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने तंज कसते हुए लिखा कि पुतिन ऐसे नेताओं पर समय नहीं गंवाते, जबकि अन्य ने कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भी इसी तरह का व्यवहार करते थे।
फोरम क्यों हुआ
यह फोरम तुर्कमेनिस्तान की स्थायी तटस्थता का 30 वर्ष पूरे होने पर आयोजित किया गया था। 12 दिसंबर 1995 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने देश की इस नीति को मंजूरी दी थी जिसके तहत तुर्कमेनिस्तान किसी भी सैन्य गठबंधन का हिस्सा नहीं बनता, बाहरी संघर्षों से दूर रहता है और अपने क्षेत्र में विदेशी सैन्य ठिकानों को अनुमति नहीं देता।
