आगे क्या होगा, ये भारत पर निर्भर', अमेरिकी वित्त मंत्री बोले- वार्ता के रवैये से नाराज हैं ट्रंप

न्यूयॉर्क अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी व्यापारिक टीम भारत के साथ चल रही व्यापार वार्ताओं से नाराज और हताश हैं। यह बात अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने गुरुवार को एक इंटरव्यू में कही है। उन्होंने कहा कि भारत ने शुरुआत में बातचीत के लिए रुचि दिखाई थी, लेकिन अब काफी समय से प्रक्रिया को धीमा कर दिया है। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता आगे क्या होगा, ये भारत पर निर्भर करता है। शुरुआत में वे बातचीत के लिए आए थे लेकिन अब चीजों को खींच रहे हैं। राष्ट्रपति और पूरी व्यापार टीम इससे नाराज है।'
भारत पर 25% टैरिफ का एलान
इन बयानों से एक दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आने वाले सभी सामानों पर 1 अगस्त से 25 प्रतिशत टैरिफ (आयात शुल्क) लगाने की घोषणा कर दी। इसके अलावा भारत की तरफ से रूस से सैन्य उपकरण और कच्चा तेल खरीदने को लेकर भी एक जुर्माना भी लगाया गया है। जिसकी राशि अभी तक तय नहीं की गई है।
रूस से तेल खरीद पर भी नाराजगी
अमेरिकी वित्त मंत्री बेसेंट ने कहा कि भारत ने प्रतिबंधित रूसी तेल की बड़ी मात्रा खरीदी है और फिर उसे रिफाइन कर दुनिया में बेचा है। 'भारत ने अच्छा वैश्विक व्यवहार नहीं किया है। वे प्रतिबंधित तेल खरीदते हैं और फिर उसे रिफाइन कर एक्सपोर्ट करते हैं।'
अमेरिका का दबाव बढ़ा, भारत का जवाब
ट्रंप का यह कदम एक दबाव रणनीति के रूप में देखा जा रहा है, ताकि भारत अमेरिका की शर्तें मानने को मजबूर हो। अमेरिका हाल के दिनों में जापान, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ जैसे देशों के साथ फायदेमंद व्यापार समझौते कर चुका है और अब भारत पर दबाव बना रहा है। वहीं भारत सरकार ने कहा है कि वह राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी और इस टैरिफ के प्रभावों का अध्ययन किया जा रहा है। भारत ने साफ किया है कि वह अपने हितों के खिलाफ कोई भी फैसला नहीं लेगा।