डॉक्टर ने आयुष्मान योजना को धोखा बताकर मरीज को अस्पताल से बाहर निकाला, दिल्ली ले जाते समय मौत

By :  prem kumar
Update: 2024-11-17 11:28 GMT

उत्तर प्रदेश के बरेली से एक मामला सामने आया है, जहां एक डॉक्टर ने आयुष्मान योजना को धोखा बताकर मरीज को अस्पताल से बाहर निकाल दिया। बरेली के दीपमाला अस्पताल के डॉ. सोमेश मेहरोत्रा ने आयुष्मान कार्ड धारक मरीज का इलाज करने से इनकार करते हुए उसे अस्पताल से निकाल दिया। दिल्ली ले जाते समय महिला की रास्ते में ही मौत हो गई।

महिला को धक्के मारकर अस्पताल से बाहर निकाला

डॉक्टर पर आरोप है कि उन्हें आईसीयू में भर्ती ब्रेन स्ट्रोक की मरीज के बेटे से डॉक्टर ने अभद्रता की और उसे बुरा-भला भी सुनाया। उन्हें व मरीज को धक्के देकर बाहर निकालने को कहा। डाक्टर ने कहा, “आयुष्मान कार्ड से इलाज कराने चला आया। सरकारी अस्पताल क्यों नहीं गया। वहां नेता और डॉक्टर मिलकर बजट खा जाते हैं। वहां दवा नहीं, चूरन-चटनी मिलती है। इस घटनाक्रम के बाद मरीज को अस्पताल से निकाल दिया गया। दिल्ली ले जाते समय उनकी मौत हो गई थी।”

आयुष्मान कार्ड से उपचार के लिए मां को लाए थे

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शनिवार को शाहजहांपुर के मिर्जापुर निवासी विजय लक्ष्मी के बेटे मोहन गोविंद गुप्ता ने एक बताया, सात नवंबर को मां को दीपमाला अस्पताल में भर्ती कराया तब कहा गया कि आयुष्मान कार्ड से उपचार हो जाएगा। इसके बावजूद तुरंत दवा व इंजेक्शन के नाम पर मेडिकल स्टोर से कई दवाएं मंगवाईं। अगले दिन तक एक लाख रुपये से ज्यादा खर्च हो गए। आठ नवंबर को डॉक्टर सोमेश मेहरोत्रा को पैसे खत्म होने की मजबूरी बताई।आयुष्मान कार्ड से उपचार की बात पर डॉक्टर साहब भड़क गए। उस दौरान किसी ने उनकी वीडियो बना ली और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। वीडियो में वह कहते सुनाई दे रहे कि फ्री में उपचार नहीं, धोखा मिलेगा। छह हजार रुपये के इंजेक्शन की रसीद मांग रहे हो, ताकि उसे तुम बाहर जाकर दिखाओ और शिकायत कर दो।

मामले की जांच का आदेश

डीएम ने मामले का संज्ञान लेकर सीएमओ को जांच के निर्देश दिए। दो सदस्यीय टीम ने मरीज के परिजनों से फोन पर बात की तो पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है। जांच अधिकारी एसीएमओ डॉ. राकेश के मुताबिक प्राथमिक जांच रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी है। सीएमओ डा. विश्राम सिंह का कहना है कि दीपमाला अस्पताल का नाम आयुष्मान योजना से निरस्त करने की संस्तुति करते हुए शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। एसीएमओ डा. राकेश और डा. लईक अहमद अंसारी को जांच सौंपी गई है। तीमारदार के बयान के आधार पर जांच जारी रखेगी।

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