धांधोलई तालाब और नालों के बिगड़े हालात देख उखड़े विधायक कोठारी, अधिकारियों को लगाई लताड़

Update: 2024-06-15 11:05 GMT

भीलवाड़ा (विजय, प्रहलाद)। भीलवाड़ा की समस्याओं को लेकर अशोक कोठारी नायक की भूमिका निभाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अधिकारी और अन्य लोग उनकी भूमिका में रोड़ा बन रहे हैं। लेकिन कोठारी हार मानते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। शनिवार को कोठारी ने नगर परिषद और नगर विकास न्यास के अधिकारियों को अवैध कब्जे, नालों की सफाई को लेकर लताड़ लगाई है और उनसे समयबद्ध काम करने के लिए निर्देशित भी किया है। नेहरू तलाई, शिवाजी पार्क से अतिक्रमण हटा इनके सौंदर्य को निखारने के निर्देश तो दिए ही साथ ही नालों की सफाई में खानापूर्ती ना करने की हिदायत भी दी।



भीलवाड़ा विधायक अशोक कोठारी आज पटेल नगर स्थित मानसरोवर झील पहुंचे, झील के हालात देखकर वे उखड़ गए और उन्होंने अधिकारियों को लताड़ लगाई। वहां हजारों की संख्या में मरी हुई मछलियां, गंदगी को लेकर खरीखोटी सुनाई है। झील के खराब पानी को लेकर यूआईटी के अधिकारियों ने अपना बचाव करते हुए कहा कि इसे हमने पीपीपी मोड पर दिया हुआ है और यह भी कहा कि ठेके को निरस्त करने की कार्रवाई चल रही है। साथ ही यह आश्वासन भी दिया कि झील के पानी की सफाई करवा देंगे। झील के सौदर्यीकरण के लिए एक नया प्रोजेक्ट बनाने की बात भी कहीं गई है।

धांधोलई (नेहरू तलाई) को लेकर उखड़े कोठारी

शहर के बीचोबीच पर्यटन स्थल धांधोलाई की दुर्दशा देखकर विधायक कोठारी उखड़ गए। वहां लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए। पार्क में बंद पड़े शौचालयों को खोलने, पीने के पानी की व्यवस्था करने, बंद टॉय ट्रेन और नौकाविहार को सुचारू करने की हिदायत दी। इस पर न्यास अधिकारियों ने पंद्रह दिन में अतिक्रमण हटाने और अन्य सुविधाएं बहाल करने का आश्वासन दिया। नेहरू तलाई में पानी के सभी स्त्रोत अवरूद्ध होने पर भी कोठारी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि रोडवेज बस स्टैंड और नेहरू रोड पर बारिश में भरने वाले पानी को पाइपों के जरिए तलाई में पहुंचाने की व्यवस्था करें।

नालों की सफाई में नगर परषिद ना करें खानापूर्ती

नगर परिषद द्वारा बरसात पूर्व नालों की सफाई की जा रही है, लेकिन इसमें खानापूर्ती किए जाने की शिकायते मिल रही है। इस पर परिषद के अधिकारी पवन नुवाल, सुरेश गर्ग आदि को लताड़ लगाते हुए कोठारी ने खानापूर्ती ना करने के लिए चेताया। विधायक ने शास्त्रीनगर नाले का जायजा लिया, जहां एक और तो सफाई कर दी गई, लेकिन दूसरी तरफ मलबा पड़ा था, जिस पर उन्होंने कर्मचारी लगाकर सफाई कराने के निर्देश दिए। बड़ला चौराहे के निकट गांधी सागर में पानी जाने से रोकने के लिए गेट लगाने पर लोगों ने आपत्ति जताई। लोगों ने कहा कि बारिश के दौरान उनके घरों में पानी भर जाता है। इस कोठारी ने नाले की सफाई के साथ ही गेट दो इंच तक खुला रखने के निर्देश दिए। गांधीसागर के गंदे पानी की सफाई को लेकर भी अधिकारियों से शीघ्र कार्रवाई करने को कहा, ताकि बदबूभरे वातावरण से क्षेत्रवासियों को मुक्ति मिल सके। पंचमुखी मंदिर के पास स्थित नाले की सफाई भी सहीं से करने के निर्देश दिए। जबकि स्काउट गाइड कार्यालय की टूटी दीवार को फिर से बनवाने के साथ, पास में स्थित क्षतिग्रस्त शौचालय को तुड़वाने के लिए भी निर्देशित किया है।

कोठारी का प्रयास शहर को साफ सुथरा रखने का है लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा हैं, इसके पीछे सरकारी मशीनरी की लापरवाही व मिलीभगत बड़ा कारण है। इसके चलते उन्हें खाली आश्वासन मिलते हैं, मगर काम नहीं हो पा रहा है। इस पर कोठारी का कहना है कि तय सीमा में काम नहीं होता है, तो वे फिर मौका देखेंगे और जिम्मेदारों के खिलाफ...

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