बागोर (कैलाश शर्मा)। आमली टंकी चौराहे से गुजरने वाली सड़क पर बजरी से भरे ट्रैक्टर खुलेआम दौड़ रहे हैं। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि रात 12 बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक आम आदमी का इस मार्ग पर पैदल चलना भी जानलेवा साबित हो सकता है।
गौर करने वाली बात यह है कि इन ट्रैक्टरों पर नंबर प्लेट तक नहीं लगी होती। ऐसे में अगर कोई हादसा हो जाए तो जिम्मेदारी किसकी होगी, यह बड़ा सवाल बन गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में अवैध बजरी परिवहन का खेल लंबे समय से जारी है, लेकिन प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता के कारण इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन की लापरवाही से बजरी माफियाओं के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।