रामधाम में चातुर्मास प्रवचन व शिवालय में अभिषेक जारी
भीलवाड़ा। श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट की ओर से हमीरगढ़ रोड स्थित रामधाम में चातुर्मास में नर्बदा तट खरगोन के स्वामी चैतन्यानन्द गिरी ने कहा कि व्यक्ति अपने कर्म ही साथ लेकर जाता है बाकी सब यही रह जाता है। सुष्म शरीर के माध्यम से आत्मा दूसरे शरीर में प्रवेश करती है। यह सब मोह मोह माया छोड़ने से ही सम्भव है। बंधन मोक्ष को जन्म मृत्यु को ऊपर उठकर के क्रिया करना हमारा कर्तव्य है। में शरीर हूँ आत्मा रुपी शरीर हूँ ऐसा सतत रूप में चलता रहता है। गर्भ से ही हमें बंधन मोक्ष के कार्यों को पहचानना चाहिए। जीभ पर सर्वाधिक नियंत्रण होना चाहिए। खाने से बोलने तक नियंत्रण जरुरी है। शांत भाव से घर में रहकर एकता को बढ़ाना चाहिए।
ट्रस्ट के प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडानी ने बताया कि प्रवचन के शुरू में विष्णु सहस्त्रनाम पाठ सुबह 9 बजे किया गया। श्री राम, जयराम, जय जय राम से रामधाम गुंजायमान रहा। संत राजेश्वरानंद हरिद्वार के मुख से शिवालय में प्रतिदिन शिव महिम्न स्तोत्र का पाठ जारी है। शिवालय में पंडित रमाकांत शर्मा, पंडित रामू, पंडित घनश्याम, पंडित सुशील शुक्ला के मन्त्रोंचार के बीच अलग अलग समय में भक्त अभिषेक कर रहे है। मंगलवार को भी शिवालय भोले के जयकारों से गुंजायमान रहा । मुख्य यजमान सुदर्शन समदानी ने अभिषेक किया। ठाकुर जी का श्रृंगार रुक्मण देवी पंडियाणी के द्वारा हुआ। 1 अगस्त को सहस्त्रधारा अभिषेक सुबह 10:30 बजे होगा। सत्यनारायण सोमानी व ओमप्रकाश कुमावत की ओर से प्रसाद व्यवस्था रहेगी। सत्यनारायण झंवर व सत्यनारायण ईनानी ने शिवालय के जीर्णोद्धार में सहयोग किया। चातुर्मास के तहत नियमित सुबह 9 बजे से स्वामी चैतन्यानंद गिरी महाराज के प्रवचन हो रहे है । सुबह 10 व शाम 4 बजे शिवालय में भगवान शंकर के परिवार का भव्य श्रृंगार एवं अभिषेक किया जा रहा है । ट्रस्ट का साप्ताहिक रामायण पाठ रविवार को गोपाल द्वारा में दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक होगा।